टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी ऋद्धिमान साहा अब युवाओं को तराशने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो जल्द ही कोचिंग की भूमिका में दिखाई देंगे.
Wriddhiman Saha: भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी ऋद्धिमान साहा अब कोचिंग के फील्ड में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने ऋद्धिमान साहा को अंडर-23 राज्य टीम का मुख्य कोच नियुक्त करने में रुचि दिखाई है. प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास लेने के छह महीने बाद ऋद्धिमान साहा अब कोचिंग देते हुए दिखाई दे सकते हैं. बता दें कि 40 वर्षीय साहा ने इस साल जनवरी में रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लीग चरण के अभियान के अंत में प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. माना जा रहा है कि बंगाल के पूर्व कप्तान लक्ष्मी रतन शुक्ला सीनियर टीम के मुख्य कोच बने रहेंगे, जबकि पूर्व ऑफ स्पिनर सौरभ लाहिड़ी अंडर-19 टीम के कोच होंगे
कब तक हो सकता है फैसला?
सीएबी यानी क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के एक वरिष्ठ सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई को बताया, “सीएबी के अधिकारी अगले हफ्ते तक विभिन्न टीमों के लिए सभी उम्मीदवारों पर विचार कर लेंगे. निश्चित रूप से, ऋद्धिमान साहा से बात हो चुकी है और अगले हफ्ते अंतिम फैसला लिया जाएगा. सौरव गांगुली और पंकज रॉय के अलावा, वह 40 टेस्ट मैचों के साथ बंगाल के सबसे बड़े नाम हैं. इतने लंबे समय तक शीर्ष स्तर की क्रिकेट खेलने का उनका अनुभव बंगाल क्रिकेट की अगली पीढ़ी के लिए मददगार साबित होगा. साहा पहले से ही कोचिंग सेंटरों की एक सीरीज चलाते हैं और जूनियर खिलाड़ियों के लिए एक कुशल कोच रहे हैं. उन्हें कोचिंग का जुनून है. उम्मीद है कि वह इसके लिए तैयार होंगे.” बंगाल क्रिकेट में खिलाड़ियों को रिटायरमेंट के तुरंत बाद कोचिंग सिस्टम में शामिल करने का कोई खास उदाहरण नहीं है, लेकिन राज्य क्रिकेट में साहा के कद को देखते हुए मामला थोड़ा अलग है.
कितने कारगर होंगे साबित?
बता दें कि पिछले सीजन तक बंगाल अंडर-23 टीम के कोच भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज प्रणब रॉय थे, जो दिवंगत दिग्गज पंकज रॉय के बेटे हैं. बंगाल क्रिकेट में कई लोगों का मानना है कि साहा एक अच्छे कोच बनने के लिए बिल्कुल उपयुक्त हैं. अगर वह भविष्य में किसी आईपीएल टीम में शामिल होते हैं या बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में विशेषज्ञ कोच के रूप में काम करते हैं, तो अंडर-23 टीम के साथ उनका अनुभव उनके काम आ सकता है. ऋद्धिमान साहा ने टीम इंडिया के लिए खेलते हुए कई मौकों पर टीम को मुश्किल कंडिशन्स से बाहर निकाला है. साहा का बैटिंग और विकेटकीपिंग भी शानदार रही है.
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