13 September 2025

नहीं बना पा रहे हैं Banaras के घाट घूमने का प्लान तो यहीं देखें तस्वीरें

बनारस को घाटों की नगरी भी कही जाती है. अगर आप भी बनारस के घाटों पर लंबे समय से घूमने का प्लान कर रहे हैं और नहीं घूम पा रहे हैं तो हम आपके लिए वहां की बेहद शानदार तस्वीर लेकर आए हैं.

दशाश्वमेध घाट 

बनारस का सबसे प्रसिद्ध घाट दशाश्वमेध घाट है. हर शाम यहां पर आरती होती है जिसे देखने के लिए दुनियाभर के लोग आते हैं.   मान्यता है कि भगवान ब्रह्मा ने यहां दस अश्वमेध यज्ञ किए थे.

अस्सी घाट

युवा हो या पर्यटक अस्सी घाट लोगों को बेहद प्रिय है. यह गंगा और अस्सी नदी का संगम है. माना जाता है देवी दुर्गा ने शुंभ-निशुंभ का वध करने के बाद अपनी तलवार यहीं धरती में गाड़ दी थी.

मणिकर्णिका घाट

इस घाट को मोक्ष की नगरी माना जाता है. माना जाता है भगवान शिव मृतक के कान में "राम नाम" का उपदेश देते हैं.

हरिश्चंद्र घाट

हरिश्चंद्र घाट की मान्यता है कि सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र ने यहां डोम राजा के अधीन काम किया था. आज भी यह घाट लोगों को सत्य और मोक्ष की शिक्षा देते हैं.

पंचगंगा घाट

इस घाट का नाम 5 नदियों के मेल से बना है. यह घाट धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है और अनेक संत-महात्माओं ने तपस्या की है.

तुलसी घाट

यह घाट संत कवि गोस्वामी तुलसीदास से जुड़ा हुआ है. उन्होंने यहीं पर रामचरितमानस की रचना की थी. आज के समय में भी इस घाट पर रामलीला और धार्मिक आयोजन किए जाते हैं.