कल यानी 5 नवंबर को गुरु नानक जयंती मनाई जाएगी. इस दिन आप दिल्ली के इन गुरुद्वारों पर माथा टेकने जरूर जाएं.
गुरुद्वारा बंगला साहिब
यह दिल्ली का सबसे प्रसिद्ध गुरुद्वारा है.यह गुरुद्वारा गुरु हरकिशन सिंह जी को समर्पित है.
गुरुद्वारा शीश गंज साहिब
यह चांदनी चौक में स्थित है और यहां गुरु तेग बहादुर जी ने शहादत दी थी.
गुरुद्वारा माता सुंदरी
यह गुरु गोबिंद सिंह जी की पत्नी के नाम पर है और वह स्थान है जहां उन्होंने अंतिम सांस ली थी.
गुरुद्वारा बाला साहिब
यह गुरुद्वारा गुरु हरकिशन सिंह जी के जीवन और विरासत से जुड़ा है.
गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब
यह गुरुद्वारा संसद भवन के पास है और इस जगह पर गुरु तेग बहादुर जी के शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था.
गुरुद्वारा दमदमा साहिब
यह हुमायूं के मकबरे के पास स्थित है. गुरु गोबिंद सिंह ने यहां प्रिंस मुअज्जम के साथ मुलाकात की थी.
गुरुद्वारा मोती बाग साहिब
यह गुरुद्वारा धौला कुआं के पास स्थित है. गुरु गोबिंद सिंह ने यहां मुगल सम्राट बहादुर शाह से मुलाकात की थी.
गुरुद्वारा मजनू का टीला
गुरु नानक देव जी ने मजनू नामक व्यक्ति से यहां मुलाकात की थी, जिसने उन्हें नदी पार करने में मदद की थी