06 Nov 2025

'तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो...' पढ़ें कैफी आजमी के दिल जीतने वाले शेर.

सदा दहर

1. रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई, तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई.

नज़र बे-क़रार

झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं, दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं.

हिन्दू मुसलमां

बस्ती में अपनी हिन्दू मुसलमां जो बस गए, इंसां की शक्ल देखने को हम तरस गए.

मुस्कुरा रहे हो

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, क्या गम है जिस को छुपा रहे हो.

वीरानियां

अब जिस तरफ़ से चाहे गुजर जाए कारवां, वीरानियां तो सब मिरे दिल में उतर गईं.

वीरानियां

मुद्दत के बा'द उस ने जो की लुत्फ़ की निगाह, जी ख़ुश तो हो गया मगर आंसू निकल पड़े.