29 Nov 2025
'तुम्हें जफा से न यूं बाज आना चाहिए था...' पढ़ें पीरज़ादा कासीम के दिल जीत लेने वाले शेर.
इलाज-ए-तीरगी
शहर तलब करे अगर तुम से इलाज-ए-तीरगी, साहिब-ए-इख़्तियार हो आग लगा दिया करो.
दिल दुखाना
तुम्हें जफ़ा से न यूं बाज़ आना चाहिए था, अभी कुछ और मिरा दिल दुखाना चाहिए था.
ख़्वाहिश है कि
उस की ख़्वाहिश है कि अब लोग न रोएं न हंसें, बे-हिसी वक़्त की आवाज बना दी जाए.
असीरों को सुना
इक सज़ा और असीरों को सुना दी जाए, यानी अब जुर्म-ए-असीरी की सजा दी जाए.
बहुत अजीब
गम से बहल रहे हैं आप आप बहुत अजीब हैं, दर्द में ढल रहे हैं आप आप बहुत अजीब हैं.
एक दिया
ख़ून से जब जला दिया एक दिया बुझा हुआ, फिर मुझे दे दिया गया एक दिया बुझा हुआ.