America News : अमेरिका की सरकार का काम ठप होने से कई सेक्टरों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है और सबसे बुरा असर हवाई यात्राओं में देखने को मिल रहा है. हर रोज हजारों की संख्या में हवाई यात्राएं रद्द हो रही हैं.
America News : अमेरिका में संघीय सरकार के कामकाज ठप होने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं और मामला तो यहां तक पहुंच गया है कि जर्मनी में तैनात अमेरिकी सैनिकों को कहा गया है कि वह खैराती जगहों से अपना भोजन जुटाना शुरू कर दें. इसके अलावा अमेरिका में सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाले हवाई अड्डों पर बीते कुछ हफ्तों से सैकड़ों उड़ाने रद्द होने लगी हैं, क्योंकि एयरलाइन कंपनियां लंबे समय से चल रहे सरकारी बंद की वजह से हवाई सेवाओं में कटौती कर रही हैं. इसी बीच विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि अगर इसी तरह उडानें रद्द होती रही तो उथल-पुथल काफी बढ़ जाएगा. बता दें कि पहले से ही पर्यटन पर निर्भर शहरों के व्यवसायों पर खतरा मंडराने लगा है.
700 से ज्यादा हुईं उड़ानें रद्द
उड़ान व्यवधानों पर नजर रखने वाली वेबसाइट फ़्लाइटअवेयर के मुताबिक, फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन की पहले दिन 1 हजार से अधिक उड़ानों को रद्द करना पड़ा. शनिवार को 700 से ज्यादा उड़ाने रद्द करने पड़ी. ये संख्याएं देश भर में छोटा सा हिस्सा है, लेकिन अगर मंदी जारी रहती है तो आने वाले दिनों में इनमें बढ़ोतरी होना तय है. FAA ने कहा कि वाणिज्यिक एयरलाइनों पर पड़ने वाले प्रभाव में कटौती 40 लक्षित हवाई अड्डों पर 4 प्रतिशत उड़ानों से शुरू हो रही है और आने वाले सप्ताह में 10 फीसदी तक बढ़ जाएगी. परिवहन सचिव सीन डफी ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अगर सरकारी बंद जारी रहा और अधिक हवाई यातायात नियंत्रक काम से दूर रहने तो उड़ानों में और कटौती की आवश्यकता पड़ सकती है.
कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
बताया जा रहा है किएयर ट्रैफिक कंट्रोर्ल्स को करीब एक महीने से वेतन नहीं मिला है और उनके साथ लॉकडाउन जैसी स्थिति पैदा हुई पड़ी है. इसके कारण कई लोग बीमार पड़ गए हैं और कर्मचारियों की पहले से ही कमी चल रही है. साथ ही कई लोग तो अपने घर का खर्च चलाने के लिए दूसरी नौकरी कर रहे हैं. आपको बताते चलें कि शुक्रवार को ज्यादातर लोगों को यह जानकारी मिलने के बाद काफी राहत मिली जब कुछ उड़ानें तय समय पर ही हुईं और वे जल्दी से दोबारा बुकिंग करा पाए. अभी इस बात पर अनिश्चितता बनी हुई है कि आने वाले समय में कौन सी उड़ाने रद्द होंगी. दूसरी तरफ रेंटल कार कंपनियों ने शुक्रवार को एकतरफा बुकिंग में तेजी से बढ़ोतरी की सूचना दी है और कुछ लोग तो अपनी उड़ानें ही रद्द कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- पाकिस्तान-अफगानिस्तान में नहीं बनी बात, तीसरे दौर की शांति वार्ता भी फेल, क्या फिर शुरू होगी जंग?
