मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में आयोजित समारोह में 7 मार्च को आठवां MCA बार्ज भारतीय नौसेना में शामिल किया गया.जबकि सात MCA बार्ज नौसेना में पहले ही शामिल किए जा चुके हैं.
NEW DELHI: मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में आयोजित समारोह में 7 मार्च को आठवां MCA बार्ज भारतीय नौसेना में शामिल किया गया.जबकि सात MCA बार्ज नौसेना में पहले ही शामिल किए जा चुके हैं.आठवें बार्ज के आने से नौसेना को और मजबूती मिलेगी.आठवें बार्ज का निर्माण आत्मनिर्भर भारत के तहत देश में ही किया गया है.
समारोह के मुख्य अतिथि कमांडर राजेश बरगोटी थे. आठ MCA बार्ज के निर्माण और सुपुर्दगी का अनुबंध 19 फरवरी 21 को MSME शिपयार्ड, मेसर्स सेकॉन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, विशाखापत्तनम के साथ हुआ था. इन बार्ज को शिपयार्ड द्वारा भारतीय शिप डिजाइनिंग फर्म के सहयोग से देश में ही डिजाइन किया गया है. MCA बार्ज भारत सरकार की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल के गौरवशाली ध्वजवाहक हैं. इनमें से सात MCA बार्ज पहले ही नौसेना में शामिल किए जा चुके हैं, जो भारतीय नौसेना की परिचालन क्षमताओं को मजबूती दे रहे हैं.

मालूम हो कि मिसाइल सह गोला-बारूद (MCA) बार्ज नौसेना के लिए मिसाइल और गोला-बारूद पहुंचाने के लिए इस्तेमाल होने वाले जहाज़ होते हैं. इन्हें एडिटिव मैन्युफ़ैक्चरिंग (एलएसएएम) बार्ज के नाम से भी जाना जाता है. MCA बार्ज नौसेना के प्लेटफॉर्म पर सामान और गोला-बारूद के परिवहन, जहाज पर चढ़ने और उतरने की सुविधा के साथ भारतीय नौसेना की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इन्हें जेटी के साथ-साथ बाहरी बंदरगाहों पर भी तैनात किया जाता है, जिससे नौसेना के रसद संचालन को मजबूती मिलती है.
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