'हजार तरह के थे रंज पिछले मौसम में...' पढ़ें जमाल एहसानी के दिल जीत लेने वाले शेर.
याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ, भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है.
तमाम रात नहाया था शहर बारिश में, वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे.
करार दिल को सदा जिस के नाम से आया, वो आया भी तो किसी और काम से आया.
हजार तरह के थे रंज पिछले मौसम में, पर इतना था कि कोई साथ रोने वाला था.
किसी भी वक्त बदल सकता है लम्हा कोई, इस कदर खुश भी न हो मेरी परेशानी पर.