09 Dec 2025
'दिल धड़कने का सबब याद आया...' पढ़ें नासिर काजमी के दिल जीत लेने वाले शेर.
आबाद रहेगी
'दाएम आबाद रहेगी दुनिया, हम न होंगे कोई हम सा होगा.
धड़कने
दिल धड़कने का सबब याद आया, वो तिरी याद थी अब याद आया.
गुज़र न जाए
आज देखा है तुझ को देर के बअ'द, आज का दिन गुज़र न जाए कहीं.
कोई दोस्त
वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का, जो पिछली रात से याद आ रहा है.
तू यहाँ आए
आरज़ू है कि तू यहाँ आए, और फिर उम्र भर न जाए कहीं.
ज़िंदगी पड़ी
वक़्त अच्छा भी आएगा 'नासिर', गम न कर ज़िंदगी पड़ी है अभी.