भारत के  सबसे अजीबोगरीब पेड़ जो आपको हैरान कर देंगे

 भारत की धरती पर कुछ ऐसे अनोखे और विचित्र पेड़ हैं, जिनके बारे में जान आप दंग रह जाएंगे।  आइए, इन 8 अजीबोगरीब पेड़ों की रोचक दुनिया के बारे में जानें 

उत्तराखंड के कालाढूंगी जंगल में मिलने वाला यह पेड़, जिसे रंडिया डूमेटोरम कहते हैं, छूने पर हिलता और कांपता है, जैसे उसे गुदगुदी हो रही हो. स्थानीय लोग इसे "हंसने वाला पेड़" कहते हैं. पर्यटक इसकी अजीब हरकत देखने दूर-दूर से आते हैं. 

हंसने वाला पेड़ (उत्तराखंड)

कोलकाता के पास हावड़ा में स्थित यह बरगद का पेड़ दुनिया का सबसे चौड़ा पेड़ है.  इसकी हवाई जड़ें 4 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैली हैं. इसे देखकर लगता है जैसे एक पूरा जंगल एक ही पेड़ में समाया हो.  

बरगद का विशाल पेड़ (हावड़ा, पश्चिम बंगाल)

कर्नाटक के देवनहल्ली में एक पेड़ है, जिसके नीचे सैकड़ों साल पुरानी कब्रें हैं. लोग मानते हैं कि इस पेड़ की जड़ें कब्रों को ढक लेती हैं, जिससे यह रहस्यमयी और डरावना लगता है.

कब्रिस्तान का पेड़ (कर्नाटक

तमिलनाडु के कन्याकुमारी में एक पेड़ ऐसा है, जो उल्टा दिखता है, क्योंकि इसकी जड़ें ऊपर और शाखाएँ नीचे की ओर बढ़ती हैं. यह प्रकृति का अनोखा करिश्मा है, जो देखने वालों को हैरत में डाल देता है.

कब्रिस्तान का पेड़ (कर्नाटक

आंध्र प्रदेश के चित्तूर में नीलमाला पहाड़ियों पर एक पेड़ है, जिसकी जड़ें प्राकृतिक स्तंभों की तरह दिखती हैं. इसे "पिल्लर ट्री" कहते हैं, और यह सैकड़ों साल पुराना माना जाता है.

पिल्लर ट्री (आंध्र प्रदेश)

भारत के ये अजीबोगरीब पेड़ प्रकृति की अनोखी रचनाएँ हैं, जो हमें यह सिखाते हैं कि हमारी धरती कितनी विविध और रहस्यमयी है. ये पेड़ न केवल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, बल्कि हमें पर्यावरण संरक्षण का महत्व भी याद दिलाते हैं.