पढ़ें साहिर लुधियानवी के मशहूर शेर
तेरा मिलना खुशी की बात सही,
तुझ से मिल कर उदास रहता हूं.
खुशी की बात
देखा है जिंदगी को कुछ इतने करीब से,
चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से.
चेहरे तमाम
हजार बर्क गिरे लाख आंधियां उट्ठें,
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं.
हजार बर्क गिरे
गम और खुशी में फर्क न महसूस हो जहां,
मैं दिल को उस मकाम पे लाता चला गया.
खुशी में फर्क
ले दे के अपने पास फकत इक नज़र तो है,
क्यूं देखें जिंदगी को किसी की नजर से हम.
क्यूं देखें जिंदगी
कभी खुद पे कभी हालात पे रोना आया,
बात निकली तो हर इक बात पे रोना आया.
हालात पे रोना