25 Nov 2025

'तेरा मिलना खुशी की बात सही...' पढ़ें साहिर लुधियानवी के सदाबहार शेर.

भूल गए

हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उन को, क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया.

फ़र्क़ न महसूस

गम और खुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहां, मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया.

खुशी की बात

तेरा मिलना खुशी की बात सही, तुझ से मिल कर उदास रहता हूं.

देखा है जिंदगी

देखा है जिंदगी को कुछ इतने करीब से, चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से.

खातिर ऐ दोस्त

कौन रोता है किसी और की खातिर ऐ दोस्त, सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया.

 जुल्म फिर ज़ुल्म

जुल्म फिर ज़ुल्म है बढ़ता है तो मिट जाता है, ख़ून फिर ख़ून है टपकेगा तो जम जाएगा.