Home Latest News & Updates India’s GDP: दुनिया में मंदी का दौर, फिर भी भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ेगी- RBI का बड़ा दावा

India’s GDP: दुनिया में मंदी का दौर, फिर भी भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ेगी- RBI का बड़ा दावा

by Jiya Kaushik
0 comment
KYC UPDATE: RBI ने KYC प्रक्रिया को आसान और ग्राहकों के लिए सुविधाजनक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. अब बैंक ग्राहकों को समय पर सूचित करेंगे और निष्क्रिय खातों को दोबारा सक्रिय करने के लिए तकनीकी व स्थानीय सहयोग का सहारा लिया जाएगा.

India’s GDP: भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक अनिश्चितताओं और व्यापार युद्ध के बावजूद मजबूती से आगे बढ़ रही है. RBI के अनुसार, 6.5% की अनुमानित वृद्धि दर के साथ भारत एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने को तैयार है.

India’s GDP: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने कहा है कि साल 2025-26 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.7% की दर से बढ़ सकती है. यह बढ़त अच्छी खेती, उद्योगों में तेजी और लोगों की खरीदारी बढ़ने की वजह से मुमकिन है. भले ही दुनिया में कई देशों की अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है, लेकिन भारत की स्थिति मजबूत बनी हुई है. RBI ने जो फैसले लिए हैं, उससे महंगाई भी कंट्रोल में रही है. ये सब बातें दिखाती हैं कि भारत धीरे-धीरे एक मजबूत और तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बनता जा रहा है, चाहे दुनिया में मंदी ही क्यों न हो.

मुश्किल हालात में भी भारत की विकास रफ्तार बरकरार

India's growth momentum remains intact even in difficult circumstances


भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने कहा है कि साल 2025 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.5% की दर से बढ़ेगी. यह वृद्धि दर भले ही पिछले कुछ वर्षों से थोड़ी कम हो, लेकिन फिर भी भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से आगे बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा. RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने वाशिंगटन में एक भाषण के दौरान कहा कि भारत की यह आर्थिक प्रगति बीते रुझानों के अनुरूप है और यह भारत की मजबूती को दर्शाती है.

यह भी पढ़ें : भारत-पाक के बीच टकराव की आशंका, US-चीन ने खींचा हाथ; आतंकीदेश के लिए बनी चुनौती!

दुनिया की व्यापारिक लड़ाई का भारत पर कम असर

World trade war has little impact on India


पिछले कुछ समय में वैश्विक स्तर पर व्यापार में खलबली मची है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ (कर) ने दुनिया भर में व्यापार युद्ध को बढ़ावा दिया है. इसका असर कई देशों की आर्थिक स्थिति पर पड़ा है. हालांकि, भारत ने इस चुनौती से निपटने के लिए समय रहते कदम उठाए. RBI ने अप्रैल की शुरुआत में ब्याज दरों में कटौती की और मौद्रिक नीति को लचीला बनाकर लोगों और कारोबारों को राहत दी. इससे बाजार को मजबूती मिली और आर्थिक गति को बनाए रखने में मदद मिली.

देश के अंदर की मांग बनी ताकत

भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी मजबूत घरेलू मांग है. देश के लोग खुद अपने देश में ज़्यादा चीज़ें खरीदते हैं और निवेश करते हैं, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को बड़ा सहारा मिलता है. भारत निर्यात पर उतना निर्भर नहीं है जितना कि अन्य देश. यही कारण है कि जब दुनिया भर में मंदी आती है, तब भी भारत की अर्थव्यवस्था पर उसका उतना असर नहीं होता. गवर्नर मल्होत्रा का कहना है कि इसी कारण भारत आज निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद और आकर्षक गंतव्य बन चुका है.

यह भी पढ़ें : India-France Deal :आज भारत और फ्रांस के बीच होगी राफेल डील, पाकिस्तान की बढ़ी टेंशन

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?