Home Latest News & Updates Odisha: बालासोर में बाढ़ से हालात भयावह, 50 से ज्यादा गांव डूबे, युवक बहा, 50,000 से अधिक लोग बेघर

Odisha: बालासोर में बाढ़ से हालात भयावह, 50 से ज्यादा गांव डूबे, युवक बहा, 50,000 से अधिक लोग बेघर

by Sanjay Kumar Srivastava
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Odisha flood

झारखंड के चांडिल बांध के अधिकारियों ने ओडिशा को सूचित किए बिना अतिरिक्त पानी छोड़ दिया, जिससे कम से कम चार प्रखंड बलियापाल, भोगराई, बस्ता और जलेश्वर जलमग्न हो गए.

Balasore (Odisha): ओडिशा के बालासोर जिले में बाढ़ से हालात काफी बिगड़ गए हैं. प्रशासन राहत व बचाव कार्य में युद्धस्तर पर लगा हुआ है. रविवार को सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ जाने के बावजूद 50 से अधिक गांव बाढ़ के पानी में बह गए और एक व्यक्ति लापता हो गया. जिले के बलियापाल प्रखंड के बिष्णुपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र का एक युवक शनिवार को बाढ़ के पानी में बह जाने के बाद लापता बताया गया है. प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि ओडीआरएएफ कर्मियों ने बचाव अभियान शुरू किया है.

अचानक छोड़ा गया चांडिल बांध का पानी

बालासोर के सांसद प्रताप सारंगी ने आरोप लगाया कि झारखंड के चांडिल बांध के अधिकारियों ने ओडिशा को सूचित किए बिना अतिरिक्त पानी छोड़ दिया, जिससे चार प्रखंड बस्ता, जलेश्वर, बलियापाल और भोगराई जलमग्न हो गए. उन्होंने इसे आपराधिक कदाचार करार दिया. अचानक आई बाढ़ से बालासोर जिले के चार प्रखंडों में 50,000 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं. हालांकि प्रशासन को उम्मीद है कि अब स्थिति में सुधार होगा क्योंकि सुवर्णरेखा का जलस्तर घटने लगा है. अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को उच्चतम जलस्तर 11 मीटर से अधिक था.

बाढ़ के पानी में पूरी तरह से डूबीं सड़कें

अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ का पानी पहले ही गांवों और कृषि क्षेत्रों में प्रवेश कर चुका है और बाढ़ की स्थिति से उबरने में लगभग चार से पांच दिन लग सकते हैं. राज्य सरकार ने बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की मदद के लिए अग्निशमन सेवा की पांच टीमें, ओडीआरएएफ की तीन टीमें और एक एनडीआरएफ की नावें और टीमें तैनात की हैं. एक अधिकारी ने कहा कि नावें अब आवागमन का एकमात्र साधन हैं क्योंकि गांव की सड़कें बाढ़ के पानी में पूरी तरह से डूब गई हैं.

प्रभावित लोगों को दी जा रही हैलोजन की गोलियां

इस बीच प्रभावित गांवों के कई लोग नदी के तटबंधों पर चले गए हैं और पॉलीथीन शीट के नीचे शरण ले रहे हैं. जिला मजिस्ट्रेट बालासोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि सीएचसी और पीएचसी के तहत आशा कार्यकर्ता भोगराई और दहामुंडा के 11 जलमग्न गांवों तथा घंटूआ और जामकुंडा पीएचसी क्षेत्रों के 17 गांवों में सक्रिय रूप से ओआरएस और हैलोजन गोलियां वितरित कर रही हैं.

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