SSC Exam: परीक्षाओं के चरणों की संख्या भी कम की गई है, जिससे उम्मीदवारों को समय पर परिणाम मिल सके और रिक्त पद शीघ्र भर सके.
SSC Exam: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने भर्ती प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुधार उपाय लागू किए हैं. परीक्षा पैटर्न में सुधारों से SSC परीक्षाओं का भर्ती चक्र पहले की तुलना में काफी घट गया है. अब भर्ती चक्र 15-18 महीनों से घटकर मात्र 6 से 10 महीने का रह गया है. यह जानकारी केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में लिखित उत्तर में दी. सुधारों में सबसे अहम है परीक्षा नोटिस की अवधि को लगभग 45 दिनों से घटाकर 21 दिन करना. इसके अलावा आयोग ने पेन और पेपर आधारित परीक्षाओं को पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित परीक्षा प्रणाली में बदल दिया है. साथ ही परीक्षाओं के चरणों की संख्या भी कम की गई है, जिससे उम्मीदवारों को समय पर परिणाम मिल सकें और रिक्त पद शीघ्र भर सकें. भाषाई विविधता को प्रोत्साहित करने के लिए भी आयोग ने 2022 से एक बड़ा कदम उठाया है.
सुधार से भर्ती प्रक्रिया में आई तेजी
अब SSC तीन प्रमुख अखिल भारतीय परीक्षाएं- मल्टी-टास्किंग (गैर-तकनीकी) कर्मचारी और हवलदार (सीबीआईसी व सीबीएन), संयुक्त उच्चतर माध्यमिक (10+2) स्तर परीक्षा और कांस्टेबल (जीडी) परीक्षा- हिंदी व अंग्रेजी के साथ 13 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित कर रहा है. इससे विभिन्न भाषाई पृष्ठभूमि वाले अभ्यर्थियों को बड़ी राहत और समान अवसर मिल रहा है. इन सुधारों से न केवल भर्ती प्रक्रिया तेज हुई है, बल्कि उम्मीदवारों के लिए यह और अधिक सुगम व सुलभ भी हो गई है. श्री सिंह ने सुधार के क्रम में कहा कि सभी परीक्षाओं (संयुक्त हिंदी अनुवादक परीक्षा को छोड़कर) में वर्णनात्मक प्रकार के प्रश्नपत्रों को हटा दिया गया है. इसके अलावा चयनित उम्मीदवारों का दस्तावेज़ सत्यापन मंत्रालयों/विभागों द्वारा किया जाना व साक्षात्कार को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करना है, जिससे नियुक्ति पूर्व सत्यापन में तेजी आएगी.
जल्द होगी जूनियर इंजीनियर परीक्षा
उन्होंने कहा कि एसएससी ने भर्ती परीक्षाओं के उम्मीदवारों के डोजियर के सुरक्षित, छेड़छाड़-रहित और पारदर्शी संचालन के लिए एक ऑनलाइन केंद्रीकृत ई-डोजियर प्रणाली विकसित की है. मंत्री ने कहा कि इस प्रणाली की प्रमुख विशेषताओं में एसएससी और मंत्रालयों/विभागों में उपयोगकर्ताओं को अधिकृत लॉगिन के माध्यम से प्रदान की गई अद्वितीय ट्रैकिंग नंबर शामिल है. उन्होंने कहा कि अन्य परीक्षाओं के अलावा जूनियर इंजीनियर परीक्षा (जेई) 2024, मल्टी-टास्किंग (गैर-तकनीकी) स्टाफ और हवलदार (सीबीआईसी और सीबीएन) परीक्षा 2024 भी आयोजित की जाएंगी.
बैंक और रेलवे भी 13 भाषाओं में कराती है परीक्षा
श्री सिंह ने कहा कि नियुक्ति-पूर्व प्रक्रिया के लिए ई-डोजियर प्रणाली के कार्यान्वयन से कई लाभ हुए हैं, जिनमें डिजिटल ट्रैकिंग के साथ डोजियर का तेजी से सत्यापन और अग्रेषण, एसएससी और मंत्रालयों/विभागों के बीच कुशल समन्वय, नियुक्ति-पूर्व सत्यापन और मंत्रालयों/विभागों को उम्मीदवारों की सिफारिश में तेजी आई है. श्री सिंह ने कहा कि जहां तक अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं का सवाल है, यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा उम्मीदवारों को संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध 22 भाषाओं में से किसी में भी उत्तर लिखने की अनुमति देती है, हिंदी या अंग्रेजी के अलावा (भाषा और साहित्य के प्रश्नपत्रों को छोड़कर). मंत्री ने कहा कि बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) और रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) जैसी अन्य भर्ती एजेंसियां भी हिंदी और अंग्रेजी के साथ 13 क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षाएं आयोजित करती हैं.
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