Home Latest News & Updates कांग्रेस ने पहले क्यों नहीं उठाई खामियां? राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर चुनाव आयोग ने साधा निशाना

कांग्रेस ने पहले क्यों नहीं उठाई खामियां? राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर चुनाव आयोग ने साधा निशाना

by Sachin Kumar
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Vote Rigging : चुनाव आयोग ने लोकसभा में प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का जवाब दिया है. उन्होंने वोटों में हेराफेरी के आरोप को निराधार बताया और कहा कि तभी अपील क्यों नहीं दायर की गई.

Vote Rigging : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के हाइड्रोजन बम फोड़ने के बाद चुनाव आयोग ने पलटवार किया है. उन्होंने कांग्रेस नेता का वोटों में हेराफेरी का आरोप निराधार बताया. आयोग ने कहा कि हरियाणा में मतदाता सूची के खिलाफ कोई अपील दायर नहीं की गई थी और न ही ऐसा होने पर एक से ज्यादा वोटिंग को चिह्नित किया गया था. चुनाव आयोग के अधिकारी कांग्रेस नेता के इस दावे प्रतिक्रिया दे रहे थे कि 25 लाख प्रविष्टियां फर्जी थीं और पिछले साल हरियाणा में विधानसभा चुनाव चोरी हुए थे. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कांग्रेस नेता के बूथ एजेंटों ने अक्टूबर 2024 के चुनाव में एक से ज्यादा वोट डालने वाले मतदाताओं को चिह्नित क्यों नहीं किया.

कांग्रेस ने क्यों नहीं उठाई कोई आपत्ति

राहुल गांधी के आरोपों का खंडन करते हुए अधिकारी ने कहा कि एक से ज्यादा नामों से बचने के लिए संशोधन के दौरान कांग्रेस के बूथ स्तरीय एजेंटों द्वारा कोई दावा या आपत्ति क्यों नहीं उठाई गई? बूथ स्तरीय एजेंट, BLA, राजनीतिक दलों द्वारा मतदाता सूचियों में किसी प्रकार की अनियमितता को उजागर करने के लिए नियुक्त किए जाते हैं. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि मतदाता सूची के विरुद्ध शून्य अपील दायर की गई और वर्तमान में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में केवल 22 चुनाव याचिकाएं लंबित हैं. 23 चुनाव याचिकाएं दर्ज की गईं और उसमें से एक वापस ले ली गई. उन्होंने बताया कि राहुल ने हरियाणा की राय और होडल विधानसभा सीटों का मुद्दा उठाया है. एक अधिकारी ने सुझाव दिया कि हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए 22 याचिकाएं दर्ज की गई हैं और राहुल गांधी अपने सभी साक्ष्यों को वहीं प्रस्तुत कर सकते हैं.

क्यों कर रहे हैं SIR का विरोध

राज्य के उच्च न्यायालय में चुनाव याचिका की घोषणा के 45 दिनों के भीतर दायर की जा सकती हैं. अधिकारी ने आगे कहा कि कांग्रेस के पोलिंग एजेंट मतदान केंद्र पर क्या कर रहे थे? उन्हें उसी वक्त आपत्ति दर्ज करनी चाहिए थी, जब मतदाता मतदान कर रहा हो या पोलिंग एजेंट को शक हो. राज्यों में मतदाता सूचियों को दुरुस्त करने के चुनाव आयोग प्रयासों का हवाला देते हुए अधिकारियों ने आश्चर्य जताया कि क्या गांधी एसआईआर का समर्थन करते हैं, जिसमें नागरिकता सत्यापन के अलावा डुप्लिकेट, मृत और स्थानांतरित मतदाताओं को हटाया जाता है. एक अधिकारी ने पूछा कि वह एसआईआर का विरोध कर रहे हैं?

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