Ram Mandir Trust: राम मंदिर में श्रद्धालुओं को चरणामृत देने और तिलक लगाने पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है. आइए जानते हैं आखिर मंदिर ट्रस्ट ने क्यों लिया ऐसा फैसला.
23 June, 2024
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या के राम मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को चरणामृत देने और माथे पर चंदन का तिलक लगाने पर रोक लगा दी गई है. श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के इस फैसले पर लोगों की अलग-अलग राय हैं.
दरअसल, मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के लिए चंदन और चरणामृत दोनों ही खास महत्व रखते हैं. फिर आखिर क्यों मंदिर ने इस तरह का निर्णय लिया.
लोगों की अलग-अलग राय
श्रद्धालु अभिषेक गुप्ता ने बताया, ‘टीका और चरणामृत भगवान का स्वरूप होता है. ये हर भक्त को प्रसाद के रुप में मिलना बहुत मान-सम्मान की बात होती है. जो प्रभु द्वारा दिया गया आशीर्वाद होता है. ये सदैव हम भक्तों को दिया जाता है. अगर ये प्रसाद किसी भी रुप में मिलेगा तो यहां पर आए श्रद्धालु अपनी भक्ति से और प्रेरित होंगे.’
श्रद्धालु माही सिंह ने कहा, ‘जिस तरीके से निर्णय लिया है वो बहुत सही है क्योंकि यहां बहुत ज्यादा भीड़ होती है और काफी लोग अलग-अलग तरीके से भी आते हैं. जब रामलला ने निर्णय लिया है तो सही ही लिया होगा.’
क्यों लिया गया यह फैसला
मंदिर प्रशासन का कहना है कि ट्रस्ट की तरफ से ये फैसला श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए लिया गया है. उनके मुताबिक हर श्रद्धालु को चरणामृत देना और तिलक लगाना पुजारियों के लिए काफी मुश्किल हो रहा है.
मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक प्रकाश गुप्ता ने बताया, ‘मंदिर ट्रस्ट ने जो निर्णय लिया है वो आम दर्शनार्थियों के हित को देखते हुए लिया गया है क्योंकि इससे कुछ लोगों को चंदन का टीका लगाने से विघ्न पैदा होता था और उनको दर्शन में दिक्कत होती थी, वो अब दूर हो जाएगी. साथ ही सभी के साथ समान व्यवहार हो इसलिए भी ये फैसला लिया गया है.’
इस साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का उद्घाटन किया था. हर दिन देश भर से लाखों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.
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