सीबीआई ने ऑपरेशन चक्र वी के तहत साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए जापान नेशनल पुलिस एजेंसी और माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर काम किया.
New Delhi: दिल्ली में सीबीआई ने दो अवैध कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया है. जापानी नागरिकों को ठगने के आरोप में सीबीआई ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने अवैध काल सेंटरों के खिलाफ शिकंजा कस दिया है. सीबीआई ने जापानी नागरिकों को धोखा देने के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया है. दो अवैध कॉल सेंटरों को सील कर दिया.
ऑपरेशन चक्र वी के तहत साइबर अपराधियों पर शिकंजा
सीबीआई ने गुरुवार को कहा कि ऑपरेशन चक्र वी के तहत साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए सिंडिकेट के सदस्यों और उनके ठिकानों की पहचान करने के लिए जापान नेशनल पुलिस एजेंसी और माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर काम किया. सीबीआई ने कहा कि यह प्रयास अंतरराष्ट्रीय अपराधियों की पहचान करने और सिंडिकेट का पता लगाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ, जिसके परिणामस्वरूप भारत में सफल कार्रवाई हुई. स्थानों की पहचान होने के बाद सीबीआई की टीमों ने बुधवार को दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 19 स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया और दो अवैध कॉल सेंटरों को सील कर दिया गया.
ग्राहक सेवा केंद्रों के रूप में करते थे संचालित
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान दिल्ली के आशु सिंह, पानीपत के कपिल घाखर, अयोध्या के रोहित मौर्य, शुभम जायसवाल, विवेक राज और वाराणसी के आदर्श कुमार के रूप में हुई है. सीबीआई ने कहा कि सिंडिकेट ने वैध ग्राहक सेवा केंद्रों के रूप में दिखने वाले कॉल सेंटर संचालित किए, जिसके माध्यम से पीड़ितों को यह विश्वास दिलाया गया कि उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से छेड़छाड़ की गई है.
बड़े पैमाने पर डिजिटल साक्ष्य, उपकरण और दस्तावेज जब्त
सीबीआई ने कहा कि इस बहाने पीड़ितों को खच्चर खातों में धन हस्तांतरित करने के लिए मजबूर किया गया. तलाशी के दौरान बड़े पैमाने पर डिजिटल साक्ष्य, उपकरण और दस्तावेज जब्त किए गए, जो सिंडिकेट के बड़े पैमाने पर संचालन का संकेत देते हैं. प्रारंभिक जांच से पुष्टि हुई कि आरोपियों ने हेराफेरी करने के लिए उच्च तकनीकों का इस्तेमाल किया.
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