Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस सख्ती से जवाबी रणनीति अपनाई है, उसने पाकिस्तान को असहज कर दिया है. भारत के स्पष्ट और निर्णायक रुख के बाद पाकिस्तान ने आनन-फानन में अपनी नेशनल असेंबली का विशेष सत्र बुला लिया है.
Pahalgam Attack: नेशनल असेंबली का विशेष सत्र 5 मई की शाम आयोजित किया जाएगा, जिसमें नियंत्रण रेखा (LOC) पर बिगड़ते हालात, भारत की जवाबी कार्रवाई और पहलगाम हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा की जाएगी. पाकिस्तान की इस जल्दबाजी को भारत की संभावित सैन्य प्रतिक्रिया के डर से जोड़कर देखा जा रहा है. इस सत्र से पहले पाकिस्तान में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, कई होटलों और मदरसों को बंद किया गया है, और सामान्य जनजीवन पर दबाव महसूस किया जा रहा है. पाकिस्तान की यह बेचैनी साफ दर्शा रही है कि भारत के तेवर अब पहले जैसे नहीं रहे.
पहलगाम हमले के बाद बदल गया माहौल

पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया. इस हमले में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचा और इसका सीधा संकेत पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों की ओर गया. इसके बाद भारत ने न सिर्फ राजनीतिक बल्कि सैन्य स्तर पर भी आक्रामक रुख अपनाया. भारत की ओर से एलओसी पर जवाबी कार्रवाई तेज कर दी गई, जिससे पाकिस्तान की सेना बैकफुट पर आ गई. लगातार दसवें दिन सीजफायर उल्लंघन के बाद भारतीय सेना ने सख्त प्रतिक्रिया दी, जिसने पाकिस्तान को असहज कर दिया.
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हड़बड़ी में बुलाई गई पाकिस्तान असेंबली की बैठक
भारत की कड़ी कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके बढ़ते समर्थन को देखते हुए पाकिस्तान ने 5 मई को अपनी नेशनल असेंबली का विशेष सत्र बुला लिया है. यह सत्र सोमवार शाम 5 बजे शुरू होगा और इसमें भारत-पाक रिश्तों पर व्यापक चर्चा की जाएगी. पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 54(1) के तहत यह सत्र बुलाया है. बताया जा रहा है कि इस सत्र में सरकार एक संयुक्त प्रस्ताव लाकर भारत की निंदा कर सकती है. विपक्ष के साथ बैठकों की तैयारी भी जारी है, जिससे सत्र में कोई भ्रम की स्थिति न बने.
पाकिस्तान में खौफ का माहौल, कई मदरसे और होटल बंद
भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के अंदरूनी हालात भी बदल गए हैं. सुरक्षा को लेकर इतना दबाव है कि कई इलाकों में होटल और मदरसे बंद कर दिए गए हैं. अजान अब लाउडस्पीकर के बजाय साधारण तरीके से दी जा रही है. लाहौर, कराची, इस्लामाबाद जैसे बड़े शहरों में सेना और पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है. पाकिस्तान की मीडिया और सरकार लगातार दुनिया के सामने सफाई देती नजर आ रही है, जबकि हकीकत सभी के सामने है.
भारत के रुख ने बदली कूटनीतिक दिशा
भारत ने साफ कर दिया है कि अब “चुप रहना” उसकी नीति का हिस्सा नहीं होगा. पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि हर आतंकी हरकत का जवाब मिलेगा. इससे पाकिस्तान को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ा है.भारतीय कूटनीति ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाया है और यही वजह है कि पाकिस्तान की घबराहट केवल अंदरूनी नहीं, वैश्विक स्तर पर भी उजागर हो रही है.
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