Home Latest News & Updates जब अभिनेत्री विद्या बालन ने ठुकराया था डिनर का निमंत्रण, विवादों से पुराना नाता रहा है मंत्री विजय शाह का

जब अभिनेत्री विद्या बालन ने ठुकराया था डिनर का निमंत्रण, विवादों से पुराना नाता रहा है मंत्री विजय शाह का

by Sanjay Kumar Srivastava
0 comment
When Vidya Balan Refused Dinner Invite from Kunwar Vijay Shah

शाह ने तत्कालीन सीएम की पत्नी के बारे में भी बेवजह बातें की थीं, जिसके कारण 2013 में एमपी कैबिनेट से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था.

Bhopal: मध्य प्रदेश के आदिवासी मामलों के मंत्री विजय शाह का विवादों से पुराना नाता रहा है.वह वर्तमान में कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई टिप्पणी के लिए आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं. यह पहली बार नहीं है कि जब वे किसी विवाद में फंसे हैं. अतीत में आदिवासी नेता विजय शाह पर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने और मध्य प्रदेश में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान अभिनेत्री विद्या बालन को रात्रिभोज के निमंत्रण पर विवाद खड़ा हो गया था. मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने शाह पर ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कर्नल कुरैशी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए मामला दर्ज किया है.

कांग्रेस ने कहा- सेना पर बेशर्म टिप्पणी पर चुप है भाजपा

सोमवार को इंदौर जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान शाह ने कर्नल कुरैशी पर अशोभनीय टिप्पणी की थी. मीडिया और अनुसंधान के प्रभारी राज्य कांग्रेस महासचिव अभय तिवारी ने कहा कि शाह को तत्कालीन सीएम की पत्नी के बारे में उनकी बेवजह बातों के कारण 2013 में एमपी कैबिनेट से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था. उन्होंने कहा कि अब जब उन्होंने सेना पर बेशर्म टिप्पणी की है, तो भाजपा चुप है. कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि शाह ने नवंबर 2020 में एक और विवाद खड़ा किया था, जब वह वन मंत्री थे.

ये भी पढ़ेंः Delhi Air Pollution : दिल्ली में बढ़ा धूल प्रदूषण, IMD ने बताई वजह; लोगों के लिए बना खतरा

इनकार करने पर शूटिंग की अनुमति ले ली थी वापस

गुप्ता ने दावा किया कि मंत्री शाह ने बालाघाट जिले में फिल्म ‘शेरनी’ की शूटिंग के दौरान अभिनेत्री विद्या बालन को रात के खाने पर आमंत्रित किया था. अभिनेत्री ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जिसके बाद शाह के विभाग ने शूटिंग की अनुमति वापस ले ली. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, फिल्म निर्माण टीम के वाहनों को शूटिंग के लिए वन क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया था. अभिनेत्री ने शाह के साथ रात के खाने में शामिल होने से इनकार कर दिया था. शाह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि (एसटी) सीट से विधायक और स्कूल शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं. मतदाताओं के बीच परोपकारी कार्यों के लिए लोकप्रिय 62 वर्षीय आदिवासी नेता 1990 से 2023 तक इस निर्वाचन क्षेत्र में अपराजित रहे.

मंत्री के मामले का उच्च न्यायालय ने स्वत: लिया संज्ञान

हालांकि, नवीनतम विवाद ने उच्च न्यायालय का ध्यान आकर्षित किया, जिसने मामले का स्वत: संज्ञान लिया. उच्च न्यायालय ने बुधवार को शाह को कर्नल कुरैशी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए फटकार लगाई. पुलिस को दुश्मनी और नफरत को बढ़ावा देने के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया. न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन और अनुराधा शुक्ला की खंडपीठ ने कहा कि टिप्पणियां सशस्त्र बलों के लिए ‘अपमानजनक’थीं, जो शायद देश की आखिरी संस्था है. भारतीय सेना ईमानदारी, अनुशासन, बलिदान, निस्वार्थता, चरित्र, सम्मान और अदम्य साहस को दर्शाती है.

शाह ने कहा- बहन से ज्यादा कर्नल कुरैशी का करते हैं सम्मान

राज्य कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विजय शाह से इस्तीफा देने के लिए कहना चाहिए. उनकी पार्टी के सहयोगी दिग्विजय सिंह ने कहा कि शाह की मानसिकता “भाजपा की ट्रोल सेना” के समान है, और पीएम को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्हें मंत्री की टिप्पणी उचित लगती हैं. इस बीच मंत्री विजय शाह ने कहा कि वह अपनी बहन से ज्यादा कर्नल कुरैशी का सम्मान करते हैं. यदि किसी को उनके बयान से दुख पहुंचा है तो वह 10 बार माफी मांगने के लिए तैयार हैं.

ये भी पढ़ेंः ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना का बढ़ा कद, मोदी सरकार ने रक्षा बजट के लिए खोला खजाना

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?