पिता ने बताया कि बेटी ने उसके साथ हो रहे उत्पीड़न होने के बारे में उन्हें बताया था. उन्होंने कॉलेज में आकर इस बारे में डीन और अन्य लोगों से बातचीत की थी.
Greater Noida: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में शुक्रवार रात मेडिकल द्वितीय वर्ष की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी. घटना नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र स्थित एक विश्वविद्यालय के छात्रावास में हुई. इस मामले में छात्रा को प्रताड़ित करने के आरोप में डीन समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस संबंध में पुलिस ने दो प्रोफेसरों को हिरासत में लिया है. अपर पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि नालेज पार्क थाना क्षेत्र में स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ने छात्रावास के अपने कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी. गुरुग्राम निवासी छात्रा के पिता ने कालेज प्रशासन के सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
सात के खिलाफ केस दर्ज
अपर पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि पिता की तहरीर पर विश्वविद्यालय के डीन डॉक्टर एम.सिद्धार्थ और प्रोफेसर सैरी मैडम, महेंद्र, अनुराग अवस्थी और सुरभि के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पिता का आरोप है कि इन लोगों के उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और धमकाए जाने के कारण उनकी बेटी ने आत्महत्या की. पिता ने बताया कि बेटी ने उसके साथ हो रहे उत्पीड़न होने के बारे में उन्हें बताया था. उन्होंने कॉलेज में आकर इस बारे में डीन और अन्य लोगों से बातचीत की थी. पिता ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी बेटी के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया जाएगा, लेकिन इसके बाद भी उसे प्रताड़ित किया जाता रहा.
सुसाइड नोट में कॉलेज प्रशासन पर आरोप
उन्होंने कहा कि शुक्रवार देर रात उन्होंने अपनी बेटी को फोन किया लेकिन उसने फोन नहीं उठाया. इसके बाद उनकी बेटी के साथ कमरे में रहने वाली एक अन्य छात्रा ने कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला. पिता ने दावा किया कि उन्होंने रात में ग्रेटर नोएडा पुलिस को घटना की सूचना दी लेकिन कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को भी सूचित नहीं किया था. इस संबंध में पिता ने बताया कि उनकी बेटी ने एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाया है.
पुलिस की मदद करेगा कॉलेज प्रबंधन
थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और दो प्रोफेसर महेंद्र और सैरी मैडम को हिरासत में लिया गया है. शारदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पीके गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने स्तर पर भी घटना की आंतरिक जांच कर रहा है. उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में डीन ने उन्हें बताया कि छात्रा ने अपने एक टेस्ट की कॉपी में प्रोफेसर के फर्जी हस्ताक्षर किए थे जिसे लेकर उसे टोका गया था. कुलाधिपति पीके गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन जांच में पुलिस की पूरी मदद करेगा.
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