धामी ने अधिकारियों से राज्य में हेली संचालन के लिए एक सख्त एसओपी जारी करने और दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही.
Dehradun: केदारनाथ से लौट रहे एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद रविवार को चारधाम यात्रा मार्ग पर हेलीकॉप्टर सेवाएं दो दिनों के लिए निलंबित कर दी गईं. रविवार सुबह हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई. स्थिति पर चर्चा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवाएं दो दिनों तक निलंबित रहेंगी. कहा कि यात्रियों की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाईः सीएम
उन्होंने बैठक में अधिकारियों से राज्य में हेली संचालन के लिए एक सख्त एसओपी जारी करने और दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही. इसके अलावा यहां एक नियंत्रण और कमांड सेंटर स्थापित करने को भी कहा. धामी ने आपात बैठक के बाद कहा कि राज्य में हेलीकॉप्टर संचालन में डीजीसीए मानदंडों के अनुपालन के संबंध में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए. यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऊपरी हिमालयी क्षेत्र में उड़ान भरने वाले पायलट अनुभवी हों. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में मुख्य सचिव आनंद वर्धन, पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन सचिव सचिन कुर्वे, आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन, यूसीएडीए (उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण) और डीजीसीए के अधिकारी शामिल हुए.
धामी ने कहा- खराब मौसम के कारण हादसा
धामी ने दुर्घटना के लिए खराब मौसम को जिम्मेदार ठहराया. कहा कि रविवार और सोमवार को दो दिनों के लिए हेली संचालन बंद रहेगा. उन्होंने कहा कि मौसम भी खराब है और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है. चारधाम यात्रा के लिए दो दिन यानि आज (रविवार) और कल (सोमवार) हेलीकॉप्टर सेवा बंद रहेगी. विमानन कंपनियों, डीजीसीए और यूसीएडीए को हेली संचालन फिर से शुरू करने से पहले स्थिति की पूरी तरह समीक्षा करने को कहा गया है. उत्तराखंड में चारधाम यात्रा मार्ग पर हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं या आपातकालीन लैंडिंग की घटनाएं चिंताजनक रूप से बढ़ रही हैं. चारधाम यात्रा में बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री तीर्थस्थल शामिल हैं. रविवार सुबह गुप्तकाशी के निकट केदारनाथ से लौट रहे आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया. 30 अप्रैल को यात्रा शुरू होने के बाद से तीर्थयात्रा मार्ग पर पांचवीं हेलीकॉप्टर दुर्घटना है.
