Home Latest News & Updates लखनऊ में ‘सांसद खेल महाकुंभ’ में बोले रक्षा मंत्री- ओलंपिक खेलों की मेजबानी का प्रयास कर रहा भारत

लखनऊ में ‘सांसद खेल महाकुंभ’ में बोले रक्षा मंत्री- ओलंपिक खेलों की मेजबानी का प्रयास कर रहा भारत

by Sanjay Kumar Srivastava
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Defence Minister Rajnath Singh

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि लखनऊ अपनी खेल संस्कृति के लिए जाना जाता है, जिसने 1948 में भारत के पहले राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी की थी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अब खेल आयोजन के अगले संस्करण को यहीं आयोजित करने का प्रयास करना चाहिए.

Lucknow: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि लखनऊ अपनी खेल संस्कृति के लिए जाना जाता है, जिसने 1948 में भारत के पहले राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी की थी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अब खेल आयोजन के अगले संस्करण को यहीं आयोजित करने का प्रयास करना चाहिए. यहां केडी सिंह बाबू स्टेडियम में ‘सांसद खेल महाकुंभ’ में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम खेलों को बहुत गंभीरता से लेते हैं. आज हमारी सरकार 2036 में गुजरात में ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, जबकि भारत में अन्य विश्व स्तरीय खेलों की मेजबानी के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं.

अपनी खेल संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है लखनऊ

रक्षा मंत्री ने कहा कि लखनऊ अपनी खेल संस्कृति के लिए कितना प्रसिद्ध है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आजादी के बाद जब पहली बार राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हुआ था, तो वह हमारे इसी शहर में हुआ था.

लखनऊ के स्पोर्ट्स कॉलेज में लगा था भारत का पहला एस्ट्रो टर्फ

लखनऊ की खेल संस्कृति के बारे में उन्होंने कहा कि लखनऊ शहर अपनी खेल संस्कृति के लिए न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि देश-विदेश में भी जाना जाता है. हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले ध्यानचंद ने भी लखनऊ की खेल संस्कृति को बढ़ाया है. यह उनके बेटे अशोक कुमार और मशहूर ओलंपियन जमनालाल शर्मा की कर्मभूमि रही है. 80 के दशक में लखनऊ के स्पोर्ट्स कॉलेज में भारत का पहला एस्ट्रो टर्फ भी लगाया गया था. टीम इंडिया के बड़े-बड़े खिलाड़ी लखनऊ में खेलते नजर आते थे. उन्होंने यह भी कहा कि विकसित उत्तर प्रदेश और विकसित लखनऊ की कल्पना सीधे तौर पर एक दूसरे से जुड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि भारत को एक विकसित भारत के साथ जोड़ना है. ओलंपिक खेलों के आदर्श वाक्य – सिटियस, अल्टियस, फोर्टियस का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि इसका मतलब है तेज, ऊंचा और मजबूत.

बड़ी संख्या में युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतेंगे

लखनऊ के सांसद ने कहा कि आपको इसी प्रेरणा के साथ इन खेलों में भाग लेना है और इस आयोजन को सफल बनाना है. आज यहां आयोजित हो रहे खेल महाकुंभ के परिणाम आने वाले वर्षों में साफ तौर पर दिखाई देंगे, जब लखनऊ से बड़ी संख्या में युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतेंगे.

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में नई खेल संस्कृति हो रही विकसितः राजनाथ सिंह

कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में नई खेल संस्कृति विकसित होने का दावा करते हुए सिंह ने कहा कि पहले भारतीय खिलाड़ी जीतने से ज्यादा भाग लेने से संतुष्ट होते थे, लेकिन आज भारतीय खिलाड़ी जहां भी जाते हैं, उन्हें गंभीरता से लिया जाता है. इस बदलाव के पीछे एक बड़ा कारण केंद्र और हमारी उत्तर प्रदेश सरकार की खेल अनुकूल नीतियां हैं.

रक्षा मंत्री सिंह ने यह भी कहा कि आज माता-पिता अपने बच्चों को लिएंडर पेस, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, पीवी सिंधु, गुकेश और नीरज चोपड़ा जैसे खिलाड़ी और एथलीट बनते देखना चाहते हैं. एक लोकप्रिय मुहावरे ‘खेलोगे कूदोगे होगे खराब,पड़ोगे, लिखोगे तो बनोगे नवाब’ का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि एक समय ऐसा माना जाता था कि खेलों में समय देना समय की बर्बादी है. उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के प्रति दृष्टिकोण भी बदला है.

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