First Lok Sabha Election In India: देश का पहला आम चुनाव 25 अक्टूबर, 1951 से 21 फरवरी, 1952 की बीच हुआ था. इसमें सबसे अहम और रोचक बात यह थी कि कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने हासिल की थी.
18 March, 2024
First Lok Sabha Election In India: भारत बेशक दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. पंचायत का चुनाव हो या फिर लोकसभा का, देश में प्रत्येक चुनाव किसी महापर्व की मानिंद होता है. इसमें देश का हर तबका बेहद गर्मजोशी के साथ भाग लेता है. क्या आप जानते हैं कि देश के पहले लोकसभा चुनाव के बारे में, अगर नहीं तो हम यहां पर बता रहे हैं कि देश के पहले लोकसभा चुनाव के बारे में रोचक बातें.
करीब चार महीने तक चला था पहला चुनाव
देश में पहला लोकसभा चुनाव आजादी के बाद 4 वर्ष बाद हुआ था. यह चुनाव करीब चार महीने (25 अक्टूबर, 1951 से 21 फरवरी, 1952 तक) तक चला था. आजादी के बाद यह पहला चुनाव था, इसलिए कई सारी प्रक्रिया पहली बार अपनाई गई. ऐसे में यह लोकसभा चुनाव काफी जटिल हो गया. यही वजह है कि देश का पहला आम चुनाव कुल 68 चरणों में कराया गया था.
हिमाचल प्रदेश में हुआ था पहला लोस चुनाव
मुश्किलों और जटिलताओं के मद्देनजर चुनाव आयोग ने पहला मतदान हिमाचल प्रदेश की चिनी तहसील में कराया गया था, लेकिन वोटिंग 152 के फरवरी और मार्च में ही हुई थी. संसाधनों में कमी के चलते 68 चरणों में मतदान कराना पड़ा.
क्यों पहले हुआ था चिनी में चुनाव
हिमाचल प्रदेश की चिनी तहसील ठंड के दौरान बर्फबारी के चलते देश के अन्य इलाकों से कट जाती है. यही वजह थी थी कि यहां पर अक्टूबर, 1951 में लोकसभा चुनाव कराया गया था, क्योंकि यहां पर मौसम कई महीनों तक सामान्य नहीं हो पाता है.
बैलेट पेपर से हुआ था मतदान, 10.59 करोड़ ने डाला था वोट
देश में कई सालों से विधानसभा और लोकसभा चुनाव ईवीएम के जरिये कराए जा रहे हैं. पहला चुनाव जाहिर है कि बैलेट पेपर के जरिये कराया गया था. इस दौरान देश की जनसंख्या करीब 36 करोड़ थी और इस दौरान 10.59 लाख मतदातों ने वोट डाला था.
कांग्रेस समेत 50 से अधिक दलों ने लड़ा था चुनाव
25 अक्टूबर, 1951 से 21 फरवरी, 1952 तक चली मतदान प्रक्रिया 14 राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के अलावा 39 क्षेत्रीय पार्टियों ने भी चुनाव में भाग लिया था. इस चुनाव में कांग्रेस 364 सीटें हासिल की थीं. इस चुनाव की एक रोचक बात यह है कि सीपीआई को 16 सीटें मिली थी और वह दूसरे स्थान पर रही थी. इस चुनाव में रोचक बात यह भी थी कि इसमें 37 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी.
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