कर्नाटक रक्षण वेदिके (केआरवी) के अध्यक्ष धर्मराज अनंथय्या ने अपनी शिकायत में कहा कि सोनू निगम ने न केवल कन्नड़ लोगों का अपमान किया है, बल्कि उनके सांस्कृतिक गौरव को भी ठेस पहुंचाया है.
New Delhi: मशहूर गायक सोनू निगम के खिलाफ बेंगलुरु में FIR दर्ज की गई है. गायक पर हाल ही में बेंगलुरु में एक संगीत कार्यक्रम के दौरान कन्नड़ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है. FIR दर्ज होने के बाद सोनू निगम ने कहा है कि उन्हें इस कार्यक्रम में कन्नड़ में गाने के लिए कुछ लड़कों ने धमकी दी थी. उन्होंने लोगों से पूरे समुदाय को जिम्मेदार न ठहराने का भी आग्रह किया है. मशहूर पार्श्व गायक के खिलाफ शनिवार को बेंगलुरु के अवलाहल्ली पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है.
कर्नाटक रक्षण वेदिके (केआरवी) के अध्यक्ष धर्मराज अनंथय्या ने अपनी शिकायत में कहा कि सोनू निगम ने न केवल कन्नड़ लोगों का अपमान किया है, बल्कि कन्नड़ गीत के अनुरोध को आतंकवादी कृत्य से जोड़कर उनके सांस्कृतिक गौरव और भाषाई पहचान की तुलना हिंसा और असहिष्णुता से की है. कहा कि सोनू निगम गुस्से में ‘कन्नड़-कन्नड़’ चिल्ला रहे थे. कुछ लड़कियां उनसे इस तरह न चिल्लाने का अनुरोध कर रही थीं. इस पर सोनू निगम ने लड़कियों से कहा कि वे इस दृश्य को बाधित न करें.
ये भी पढ़ेंः Bollywood Update: 17 साल बाद परदे पर लौट रही है ‘खिलाड़ी-नवाब’ की जोड़ी, एक बार फिर मचेगा धमाल!
गायक निगम ने कहा कि उन चार-पांच लोगों को यह बताना ज़रूरी है कि पहलगाम में आतंकवादियों ने लोगों की भाषा नहीं पूछी. दर्शकों के रूप में लड़कों को गाने के लिए धमकाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए.कहा कि अगर कोई प्यार की ज़मीन पर नफ़रत के बीज बो रहा है, तो हमें उन्हें रोकना चाहिए. कहा कि कन्नड़ के लोग खूबसूरत हैं. मेरे पहले गाने के बाद सिर्फ़ चार-पांच लड़के मुझे गुस्से से देख रहे थे. कह कि वे मांग नहीं कर रहे थे, वे धमकी दे रहे थे. आप वहां मौजूद लोगों से पूछ सकते हैं.
उन्होंने कहा कि यह घटना 25 अप्रैल को बेंगलुरु के एक कॉलेज में लाइव कॉन्सर्ट के दौरान हुई, जब दर्शकों में से किसी ने ज़ोर से मांग की कि वे कन्नड़ में गाएं, तो निगम ने अपना प्रदर्शन रोक दिया. “कन्नड़, कन्नड़” के बार-बार चिल्लाने से परेशान होकर गायक ने मंच से तीखी प्रतिक्रिया दी. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में निगम को यह कहते हुए भी सुना गया कि उनके करियर के कुछ बेहतरीन गाने कन्नड़ में हैं और कर्नाटक ने हमेशा उनके साथ परिवार की तरह व्यवहार किया है.
ये भी पढ़ेंः नेम और फेम तो विरासत में मिल गया, लेकिन मेहनत और हुनर की कमी ने थाम दी रफ्तार- पिता ने…
