सचिन तेंदुलकर , अनिल कुंबले, सौरव गांगुली, रोहित शर्मा और विराट कोहली का करियर काफी शनदार रहा लेकिन इनके रिटायरमेंट की अनाउंसमेंट ने फैंस को भावुक कर दिया था.
Cricket Legends: क्रिकेट यूं तो महज एक खेल ही है लेकिन जब बात भारत के संदर्भ में की जाती है तो इसके मायने कहीं ज्यादा खास हो जाते हैं. भारत में क्रिकेटर्स को पूजनीय समझा जाता है और जब बारी उनके करियर के आखिरी मैच की आती है तो ये फैंस के लिए न सिर्फ एक मैच नहीं होता बल्कि भावनाओं का वो सैलाब होता है जिसे वो चाहकर भी अपने पूरे जीवन में नहीं भूल पाते हैं. कई ऐसे मौके भी आए हैं जब क्रिकेटर्स के आखिरी मैच में उनकी परफॉर्मेंस ज्यादा असरदार नहीं रही और वो यादों को सजाए बैठे फैंस को उतना रोमांचित नहीं कर सके. आज हम ऐसे दिग्गजों की बात करेंगे जिनके आखिरी मैच में फैंस को उम्मीद वाली पारी देखने को नहीं मिली.

सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर अपने इंटरनेशनल करियर में आखिरी बार बैटिंग करने वेस्टइंडीज के खिलाफ उतरे. ये तारीख थी 15 नवंबर 2013 और जगह थी मुंबई का वानखेडे़ स्टेडियम जिसे फैंस कभी नहीं भूल सकते. ये लम्हा सचिन का आखिरी मैच होने के साथ ही इसलिए भी खास था क्योंकि सचिन तेंदुलकर अपने करियर का 200वां मैच खेल रहे थे. इस मैच में सचिन ने न सिर्फ संन्यास लिया बल्कि ये एक युग का भी अंत था. सचिन तेंदुलकर के काफी अनुरोध करने पर उनकी मां रजनी तेंदुलकर अपने बेटे के करियर में पहली बार उसे लाइव खेलते हुए देखने पहुंची थीं. इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 118 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 74 रन की शानदार पारी खेली. इस मैच में भारत की शानदार जीत हुई लेकिन सचिन के शतक का इंतजार कर रहे फैंस को काफी निराशा हाथ लगी.

अनिल कुंबले
स्पिन के जादूगर अनिल कुंबले ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी सीरीज के बीच में ही रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया. फिरोज शाह कोटला में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज खेली जा रही थी और टी के कुछ मिनटों बाद ही कुंबले ने संन्यास का ऐलान कर दिया. उस वक्त 38 साल के कुंबले अपने नाम 619 टेस्ट विकेट कर चुके थे. अपनी रिटायरमेंट पर अनिल कुंबले ने कहा कि मेरा शरीर के द्वारा हर दिन सवाल पूछे जा रहे थे और चोटों ने आखिरकार रिटायरमेंट का निर्णय लेने में मदद की. इस मैच में दर्द के बावजूद कुंबले ने मैच ड्रॉ होने से पहले चार ओवरों का स्पेल फेंका. कुंबले ने कहा कि मैंने अपने पूरे करियर में हमेशा टीम को अपने आप से ऊपर रखा है औऱ मैं 100 प्रतिशत से कम खेलकर टीम को बिल्कुल भी निराश नहीं करना चाहता था.

सौरव गांगुली
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान सौरव गांगुली ने भी 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही अपने इंटरनेशनल करियर का आखिरी मैच खेला. दादा का संन्यास उनके बर्ताव की तरह ही संयमित, आत्मविश्वासी और अपनी शर्तों पर था. बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सौरव गांगुली ने सभी को चौंका दिया और कहा कि बस एक आखिरी बात दोस्तों ये मेरी आखिरी सीरीज होगा. इन शब्दों के साथ ही गांगुली ने अपने करियर को लेकर लगाई जा रहीं सभी अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया. ईरानी ट्रॉफी से बाहर हुए सौरव गांगुली की यूं तो टेस्ट मैच में चुने जाने की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं की जा रही थी. इस मैच में टीम इंडिया ने जीत दर्ज की और सीरीज पर भी कब्जा जमाया लेकिन दादा ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया. यूं तो दादा काफी सालों तक टीम इंडिया की अगुवाई करने के लिए काफी कुछ डिजर्व करते थे लेकिन करियर के आखिरी दौर में वो अपनी शनदार परफॉर्मेंस को ढूंढते दिखे.
रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने बीते हफ्ते ही इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट की अनाउंसमेंट की जो उनके फैंस के लिए किसी सदमे से कम नहीं था. भारत-इंग्लैंड सीरीज से पहले रोहित शर्मा की रिटायरमेंट पर काफी सवाल भी उठे कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि रोहित ने अचानक से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया. रोहित शर्मा ने अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2024 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. अहम ये है कि रिटायरमेंट से पहले रोहित शर्मा की बीते साल बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई सीरीज में परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं रही थी. ऑस्ट्रेलिया का दौरा तो रोहित के लिए कड़वी यादें लेकर आया जहां उन्होंने आठ टेस्ट मैचों में केवल 10.93 की औसत से रन बनाए.

विराट कोहली
विराट कोहली की टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट को तो फैंस अबतक नहीं पचा पा रहे हैं और ये उन्हें किसी बुरे सपने जैसा लग रहा है. फैंस अपने चहेते स्टार को व्हाइट ड्रेस और रेड बॉल क्रिकेट में और भी रन बनाते हुए देखना चाहते थे. विराट कोहली ने भी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ही टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की. 36 वर्षीय विराट कोहली ने 123 टेस्ट खेले, जिसमें 68 टेस्ट उन्होंने बतौर कप्तान खेले. कई पूर्व क्रिकेट दिग्गज हर कोहली के चाहने वाले उनके फैंस लगातार कह रहे हैं कि विराट कोहली को एक फेयरवेल तो मिलना ही चाहिए था. विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान खिलाड़ी बनकर उभरे लेकिन उनकी अचानक रिटायरमेंट ने सभी को भावुक कर दिया.
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