Share Market Update: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच वैश्विक बाजारों में कमजोरी दिखी, जिससे भारतीय बाजार पर भी असर हुआ. विशेषज्ञों का मानना है कि भू-राजनीतिक तनाव बाजार में अस्थिरता बढ़ा सकता है.
Share Market Update: हफ्ते के पहले ही कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ खुला. वैश्विक राजनीतिक तनाव, खासकर रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के बीच निवेशकों में घबराहट देखी गई, जिसका असर बाजार की चाल पर साफ नजर आया.
सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट
सोमवार सुबह लगभग 9:15 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 644.76 अंकों की गिरावट के साथ 80,855.18 के स्तर पर आ गया. शुरुआती झटके के बाद बाजार में और गिरावट आई और सेंसेक्स 732.71 अंक टूटकर 80,718.30 तक पहुंच गया.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 भी 197.45 अंक लुढ़ककर 24,553.25 के स्तर पर कारोबार करता दिखा. इस गिरावट के चलते निवेशकों की संपत्ति में हजारों करोड़ की सेंध लगी.
शुक्रवार को भी रहा था दबाव
इससे पहले शुक्रवार को भी बाजार में कमजोरी देखी गई थी. उस दिन सेंसेक्स 81.01 अंकों की गिरावट के साथ 81,451.01 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 82.90 अंक गिरकर 24,750.70 के स्तर पर बंद हुआ था. लगातार दो सत्रों की गिरावट ने बाजार की धारणा को कमजोर कर दिया है.
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एशियाई बाजारों में भी कमजोरी का रुख
वैश्विक स्तर पर भी कमजोर संकेत मिले. जापान के निक्केई इंडेक्स में 1.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि टॉपिक्स इंडेक्स में भी 0.83 प्रतिशत की कमजोरी देखी गई. ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स 200 इंडेक्स भी 0.1 प्रतिशत टूटा. हालांकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.03 प्रतिशत की मामूली तेजी के साथ हरे निशान में रहा. इस बीच मलेशिया, चीन और न्यूजीलैंड के बाजार सार्वजनिक अवकाश के कारण बंद रहे, जिससे वैश्विक ट्रेडिंग वॉल्यूम पर असर पड़ा.
एफपीआई निवेश ने बढ़ाया भरोसा
बाजार में गिरावट के बावजूद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का भरोसा भारतीय बाजार पर कायम है. मजबूत घरेलू आर्थिक बुनियाद और सकारात्मक संकेतकों के चलते मई 2025 में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार में 19,860 करोड़ रुपये का निवेश किया. डिपॉजिटरी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में भी एफपीआई ने 4,223 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था.
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