India On TRF: पहलागाम हमले के जिम्मेदार TRF पर अमेरिका का बड़ा एक्शन, विदेश मंत्री जयशंकर ने जताया आभार. अब देखना दिलचस्प होगा कि भारत TRF और उसके नेटवर्क के खिलाफ अपनी रणनीति में किस तरह और आक्रामकता लाता है.
India On TRF: आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक मोर्चे पर एक बड़ी कामयाबी सामने आई है. अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकी (SDGT) करार दिया है. TRF को हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिम्मेदार माना गया था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई थी.
एस. जयशंकर ने की सराहना

भारत सरकार ने इस अमेरिकी निर्णय का खुले तौर पर स्वागत किया है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट साझा करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और अमेरिका का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह फैसला दिखाता है कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं और यह साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है. जयशंकर ने लिखा, “TRF को आतंकी संगठन घोषित करना एक स्पष्ट संदेश है कि आतंक को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह फैसला हमारे नागरिकों की सुरक्षा को लेकर अमेरिकी प्रतिबद्धता का परिचायक है.”
TRF है लश्कर-ए-तैयबा का नया चेहरा
TRF को आतंकी संगठन घोषित करना केवल एक कूटनीतिक कदम नहीं बल्कि पाकिस्तान के छद्म युद्ध के नेटवर्क पर सीधा प्रहार है. यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा की ही एक शाखा है, जो पाकिस्तान से संचालित होता है. TRF अब तक कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों और नागरिकों पर कई हमले कर चुका है. इसका मकसद भारत में अस्थिरता फैलाना और सीमा पार आतंक को बढ़ावा देना रहा है. अमेरिका के इस कदम से पाकिस्तान की छवि को वैश्विक मंच पर और नुकसान पहुंचा है, जो लंबे समय से आतंकी समूहों को शह देने के आरोप झेलता रहा है.
A strong affirmation of India-US counter-terrorism cooperation.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 18, 2025
Appreciate @SecRubio and @StateDept for designating TRF—a Lashkar-e-Tayyiba (LeT) proxy—as a Foreign Terrorist Organization (FTO) and Specially Designated Global Terrorist (SDGT). It claimed responsibility for the…
रुबियो ने जताई अमेरिका की प्रतिबद्धता
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस निर्णय को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी और समयानुकूल बताया. उन्होंने कहा कि TRF ने 22 अप्रैल को पहलगाम में जो आतंकी हमला किया, उसने अमेरिका को मजबूर किया कि वह इस संगठन को आतंकी ठहराए. रुबियो ने यह भी दोहराया कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ पूरी तरह से खड़ा है और किसी भी प्रकार की हिंसा को समर्थन नहीं देगा.
वैश्विक मंच पर भारत को मिला साथ
TRF को आतंकी संगठन घोषित करना भारत के लिए राजनयिक और सामरिक जीत मानी जा रही है. इससे न सिर्फ पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ेगा, बल्कि आतंक के खिलाफ भारत की आवाज को भी और बल मिलेगा. अमेरिका के इस स्पष्ट कदम ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि आतंकवाद के विरुद्ध दुनिया अब समझौता नहीं करेगी और भारत जैसे देशों की सुरक्षा प्राथमिकता बन चुकी है.
इस कार्रवाई के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत TRF और उसके नेटवर्क के खिलाफ अपनी रणनीति में किस तरह और आक्रामकता लाता है और क्या अन्य देश भी इस फैसले की तर्ज पर कदम उठाते हैं.
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