यह भूस्खलन कटरा कस्बे में भारी बारिश के कारण हुआ, जो त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों का आधार शिविर है.
Jammu: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के कटरा में वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले पुराने रास्ते पर सोमवार को भीषण हादसा हो गया. भूस्खलन होने से मलबे में दबकर एक तीर्थयात्री की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि एक बुकिंग कार्यालय और एक ऊपरी लोहे का ढांचा भूस्खलन के भार से ढह गया. यह भूस्खलन कटरा कस्बे में भारी बारिश के कारण हुआ, जो त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों का आधार शिविर है. एहतियात के तौर पर मंदिर की यात्रा दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. यह घटना सोमवार सुबह करीब 8.30 बजे बाणगंगा के पास हुई, जो यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है. यहां ज्यादातर टट्टू सवार पुराने रास्ते पर इकट्ठा होते हैं और तीर्थयात्रियों को शहर से 12 किलोमीटर दूर गुफा मंदिर ले जाने से पहले पंजीकरण कराते हैं. भूस्खलन के कारण तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और सात अन्य को मामूली चोटें आईं.
उपराज्यपाल ने घटना पर जताया दुख
जम्मू के ज़िला मजिस्ट्रेट भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि बचाव और मलबा हटाने का व्यापक अभियान जारी है. बचाव कार्यों में तेज़ी लाने के लिए एक अर्थ-मूवर भी भेजा गया है. अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश निवासी लीला रायकवार (56) का कटरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है. जबकि गंभीर घायल हरियाणा निवासी राजिंदर भल्ला (70), चेन्नई निवासी उप्पन (70) और उनकी पत्नी के. राधा (66) का उपचार नारायण अस्पताल में किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि गंभीर रूप से घायल एक तीर्थयात्री की मौत हो गई. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि वह स्थिति पर नज़र रख रहे हैं. सिन्हा ने एक्स पर लिखा कि श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में हुए दुखद भूस्खलन की घटना से मुझे गहरा दुख हुआ है, जिसमें दुर्भाग्यवश एक श्रद्धालु की जान चली गई. श्राइन बोर्ड को घायल श्रद्धालुओं को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा देखभाल और सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया गया है. मैं स्थिति पर लगातार नजर रख रहा हूं.
तीन को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के सुरेश कुमार (66) और दो स्थानीय लोग निखिल ठाकुर (26) और विक्की शर्मा को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. मां के दर्शन को आए ठाकुर ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया कि वह बुकिंग कार्यालय के अंदर थे. इस दौरान छत पर बड़े -बड़े पत्थर गिरने लगे. हमने दूसरों को सूचित किया और भूस्खलन की आशंका से बाहर भागे. ठाकुर ने बताया कि भारी बारिश के कारण श्रद्धालुओं और टट्टू सवारों का समूह घटनास्थल पर मौजूद था.
कटरा में व्हाइट नाइट कोर के सैनिक तैनात
मौसम विभाग के अनुसार, कटरा शहर में सोमवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में 184.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. रविवार रात हिमकोटि के पास एक और भूस्खलन ने नए ट्रैक को अवरुद्ध कर दिया था और इसे बहाल करने के प्रयास जारी हैं. कटरा के सामान्य क्षेत्र में भूस्खलन के बाद नागरिक अधिकारियों के सहयोग से राहत और बचाव कार्यों में सहायता के लिए व्हाइट नाइट कोर के सैनिकों को तुरंत तैनात किया गया. प्रभावित स्थानीय लोगों को तत्काल सहायता प्रदान की गई, जिससे लोगों के प्रति सेना की अटूट प्रतिबद्धता का पता चलता है . बचाव और सहायता अभियान अभी जारी है. हम सेवा करते हैं, हम रक्षा करते हैं. सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में यह बात कही.
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