नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने राज्यसभा में बताया कि इस साल चार धाम यात्रा के दौरान चार हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हुई हैं. माना जा रहा है कि विपक्ष इस पर निशाना साध सकता है.
Four helicopter accidents during Char Dham Yatra: इस साल चार धाम यात्रा के दौरान चार हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हुई हैं जिसकी जानकारी केंद्र सरकार ने दी. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में चार धाम यात्रा के दौरान छह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से चार दुर्घटनाएं इस वर्ष जून तक हुई हैं. नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने सोमवार को राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर संचालन की अतिरिक्त निगरानी और सुरक्षा ऑडिट शुरू कर दिया है. हालांकि. सरकार ने हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में हुई मौतों या इससे हुए नुकसान के संबंध में जानकारी नहीं दी है.
कब-कब हुईं घटनाएं?
चार धाम यात्रा के दौरान 2022 और 2023 में एक-एक दुर्घटना हुई, जबकि 2021 और 2024 में कोई दुर्घटना नहीं हुई. हालांकि, मंत्री द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष जून तक चार हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हुई हैं. इस वर्ष हुई सभी चार दुर्घटनाओं की जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की जा रही है. मंत्री ने कहा कि डीजीसीए ने सभी हितधारकों को चार धाम यात्रा के लिए सुरक्षा मानदंडों का अनुपालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है, जिसमें प्रवेश नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था में सुधार, स्लॉट आवंटन को विनियमित करना, पायलट प्रशिक्षण को बढ़ाना और मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना शामिल है. 8 मई को हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना में छह लोगों की मौत हो गई थी और एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट में पाया गया था कि हेलीकॉप्टर का मुख्य रोटर ब्लेड ऊपर से गुजर रही फाइबर केबल से टकराया था, जिसके बाद वह पहाड़ी से नीचे गिरकर एक पेड़ से टकरा गया था.
चार धाम यात्रा का है काफी महत्व
चार धाम यात्रा का हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है. यह यात्रा उत्तराखंड के चार पवित्र तीर्थस्थलों—यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ—की तीर्थयात्रा है, जो हिमालय की गोद में स्थित हैं. लाखों श्रद्धालु हर साल इस यात्रा को पूर्ण करते हैं. चार धाम यात्रा में जाने वाले लोगों की सुरक्षा भी एक बड़ी चुनौती होती है और उसके लिए हर साल सरकारों के द्वारा उचित प्रबंध भी किए जाते हैं ताकि उन्हें कोई समस्या न हो. हिंदू धर्म में इस यात्रा का काफी महत्व है. माना जा रहा है कि नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल द्वारा राज्यसभा में दी गई जानकारी के बाद विपक्षी राजनीतिक दल चार धाम यात्रा की सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर सकते हैं. हालांकि, इस संबंध में फिलहाल विपक्ष द्वारा कोई भी रिएक्शन सामने नहीं आया है.
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