Ind vs Eng 5th Test Series Match : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ओवल में टेस्ट मुकाबला खेला जा रहा है और इसी बीच ड्यूक गेंद को लेकर एक नया मुद्दा सुर्खियों में आ गया है. अब इसकी शिकायत भारतीय टीम ने ICC से की है.
Ind vs Eng 5th Test Match : भारत और इंग्लैंड के बीच में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है और इस बीच ड्यूक बॉल का मुद्दा गरमा गया है. इसी बीच सीरीज के तीसरे मैच में गेंद को लेकर काफी विवाद हो गया. लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में कई बार गेंद को बदला गया और इस दौरान भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) अंपायर्स से भी बहस करते हुए नजर आए थे. तीसरे दिन के खेल में दो बार गेंद को बदला गया. हालांकि, जब दूसरी बार गेंद को बदला गया तो उस वक्त कप्तान गिल समेत अन्य भारतीय प्लेयर इस फैसले से खुश नहीं थे और अब बताया जा रहा है कि भारतीय टीम ने सीरीज में गेंद बदलने के प्रोटोकॉल पर अपनी नाराजगी जाहिर की और मामले को ICC तक ले गए.
10 की जगह 30 ओवर पुरानी गेंद दी
मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय खिलाड़ियों की शिकायत है कि तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन नई गेंद जो रिप्लेस करके दी गई थी वह 10 ओवर पुरानी नहीं थी. नियम कहता है कि गेंद उतनी पुरानी होनी चाहिए जितने ओवर बाद बॉल को बदला गया है. लेकिन भारत को 10 ओवर की जगह नई बॉल 30-35 ओवर पुरानी गेंद थमा दी. टीम इंडिया को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ा और अंत में 22 रनों से मुकाबला हार गई.
प्रोटोकॉल में क्या कहा गया?
प्रोटोकॉल में कहा गया है कि रिप्लेसमेंट बॉल मूल गेंद जितनी पुरानी होनी चाहिए, लेकिन जब रिप्लेस की बात आई तो उस वक्त पता चला कि स्टॉक में उतनी पुरानी गेंद ही नहीं है, जो 10 ओवर पुरानी गेंद हो. BCCI के एक अधिकारी ने बताया कि लॉर्ड्स में 10 ओवर बीत जाने के बाद ड्यूक्स गेंद अपना खो बैठती है और इस सीरीज में अक्सर देखा जाता रहा है. गेंद उन छल्लों से नहीं गुजर पाई जिसको देखने के बाद अंपायर बता देते हैं कि यह गेंद गोलाकार है या नहीं. बताया जा रहा है कि अंपायर के पास 10 ओवर पुरानी गेंद नहीं थी और यही वजह है कि मैच जब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंचा तो टीम इंडिया को 10 की जगह 30-35 ओवर पुरानी गेंद मिली.
आईसीसी को बदलना चाहिए नियम
वहीं, अधिकारी ने आगे कहा कि जब कोई कप्तान गेंद बदलने के लिए कहता है तो उस वक्त उनको यह नहीं बताया जाता है कि रिप्लेसमेंट गेंद कितनी पुरानी होने वाली है. साथ ही लॉर्ड्स में हमकों यह कतई नहीं बताया था कि जो गेंद दी जा रही है वह 30 से 35 ओवर पुरानी गेंद है. अगर हमको यह बताया जाता तो हम 10 से 15 ओवर पुरानी गेंद ही एक्सेप्ट करते. साथ ही आईसीसी को इस मामले में दखल देना चाहिए और मामले की गंभीरता को देखते हुए इस नियम को बदल देना चाहिए.
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