एसबीके सिंह ने यातायात नियमों के उल्लंघन के लिए ई-चालान लागू किया और मिजोरम पुलिस को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाया.
New Delhi: एजीएमयूटी (AGMUT) कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी और दिल्ली होमगार्ड्स के महानिदेशक एसबीके सिंह को दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. श्री सिंह ने 36 वर्षों से अधिक के शानदार करियर के साथ दिल्ली पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है. उन्होंने दो पूर्वोत्तर राज्यों मिज़ोरम और अरुणाचल प्रदेश में पुलिस बलों के प्रमुख के रूप में भी कार्य किया है. दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज के पूर्व छात्र श्री सिंह 1986 में स्नातक होने के बाद भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए. बाद में उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन में विशेषज्ञता के साथ एमबीए किया. उनके पुलिसिंग करियर में क्षेत्रीय अनुभव, प्रशासनिक नवाचार और तकनीकी दूरदर्शिता का एक दुर्लभ मिश्रण परिलक्षित होता है.
आम लोगों के लिए बनाया सार्वजनिक सुविधा डेस्क
दिल्ली पुलिस में श्री सिंह ने दक्षिण के अतिरिक्त डीसीपी, पूर्वोत्तर और मध्य दोनों जिलों में डीसीपी जैसे प्रमुख पदों पर काम किया है. बाद में उन्होंने आर्थिक अपराध शाखा का नेतृत्व किया. श्री सिंह ने खुफिया, सुरक्षा, कानून-व्यवस्था, प्रौद्योगिकी और परियोजना कार्यान्वयन सहित विभिन्न डोमेन में संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) और विशेष पुलिस आयुक्त के रूप में भी कार्य किया. स्पेशल सीपी (कानून और व्यवस्था) के रूप में आईपीएस अधिकारी ने पुलिस स्टेशनों में सार्वजनिक सुविधा डेस्क बनाया और 89 पुलिस स्टेशनों वाले सात जिलों में प्रमुख व्यवस्थाओं और जांच का पर्यवेक्षण किया. स्पेशल सीपी (सुरक्षा) के रूप में श्री सिंह ने हाई-प्रोफाइल सुरक्षा अभियानों का नेतृत्व किया, विशेष रूप से 2015 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा के दौरान गणतंत्र दिवस समारोह और उसी वर्ष इंडो-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन, जिसमें 54 राष्ट्राध्यक्षों और गणमान्य लोगों ने भाग लिया था.
म्यांमार सीमा पर रोकी मादक पदार्थों की तस्करी
उन्होंने यातायात नियमों के उल्लंघन के लिए ई-चालान लागू किया और मिजोरम पुलिस को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाया. उन्होंने म्यांमार सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए भी रणनीति तैयार की. श्री सिंह ने अरुणाचल प्रदेश में अरुणाचल सुरक्षा मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया. इसके अलावा एक ऑनलाइन शिकायत पोर्टल पेश किया और सार्वजनिक बातचीत के लिए अपने आधिकारिक फेसबुक और एक्स हैंडल स्थापित किए. उन्होंने कार्मिक कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए 1,500 से अधिक कांस्टेबलों को मानद हेड कांस्टेबल के रूप में पदोन्नत किया. एक दूरदर्शी अधिकारी श्री सिंह ने दिल्ली पुलिस में विशेष सीपी (खुफिया) के रूप में कार्य करते हुए ‘लॉस्ट रिपोर्ट’ मोबाइल एप्लिकेशन और एक वेब-आधारित पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट सिस्टम विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उनके करियर में भारत और विदेशों में पोस्टिंग के साथ कैबिनेट सचिवालय (रॉ) में सात साल से अधिक की सेवा भी शामिल है.
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