आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार “आत्मनिर्भर और विकसित भारत” के संकल्प को साकार करने के लिए “विकसित उत्तर प्रदेश” के अपने विजन पर काम कर रही है.
Chief Minister Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में “विकसित उत्तर प्रदेश” विजन पर लगातार 24 घंटे चर्चा होगी. उन्होंने विपक्षी नेताओं से इस विषय पर सवाल उठाने का आग्रह किया. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से कुछ देर पहले विधान भवन में पत्रकारों से बात करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि मानसून सत्र महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार अगले 25 वर्षों की कार्ययोजना सदन के पटल पर रखेगी. सोमवार से शुरू हो रहा उत्तर प्रदेश विधानमंडल का यह चार दिवसीय मानसून सत्र होगा. आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार “आत्मनिर्भर और विकसित भारत” के संकल्प को साकार करने के लिए “विकसित उत्तर प्रदेश” के अपने विज़न पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि यह विज़न नीति आयोग और विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है. इसमें सभी वर्गों के विचारों को शामिल किया गया है.
शून्यकाल में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा
उन्होंने कहा कि 2047 तक, जब भारत एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा और उत्तर प्रदेश भी ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ होगा. आदित्यनाथ ने कहा कि सदन 13 और 14 अगस्त को 24 घंटे लगातार इस मुद्दे पर चर्चा करेगा. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा 24 घंटे की चर्चा की आलोचना पर एक सवाल के जवाब में, आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्षी दल का एजेंडा विकास के बजाय नकारात्मकता पर केंद्रित है. यादव ने पहले कहा था कि लगातार 24 घंटे चर्चा कराने का विचार “पागलपन” है. आदित्यनाथ ने कहा कि इससे पहले जब हमने (पिछले सत्र में) कार्यवाही 36 घंटे के लिए बढ़ाई थी, तब भी सपा ने इसका विरोध किया था और असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसके लिए वे पहले से ही कुख्यात हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रश्नकाल के दौरान जनप्रतिनिधि सवाल उठाएंगे और शून्यकाल के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
नकारात्मकता से बचें विपक्षी दल
उन्होंने कहा कि सरकार सभी सवालों के जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने सभी दलों से सार्थक और रचनात्मक चर्चा की अपील की, ताकि समय का सदुपयोग हो और नकारात्मकता से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि यह एक सार्थक चर्चा होनी चाहिए. कोई नकारात्मकता नहीं होनी चाहिए. हमें उपद्रव करके समय बर्बाद नहीं करना चाहिए. लेकिन अगर वे व्यवधान पैदा करके अनावश्यक उपद्रव करते हैं, तो राज्य के लोग उन्हें जनता की अदालत में कठघरे में खड़ा करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के हित, उत्तर प्रदेश के विकास और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने वाले किसी भी प्रस्ताव का स्वागत करेगी. आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि मानसून सत्र में बाढ़ और जलभराव जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि इसके अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचे, गरीब कल्याण और सभी वर्गों के उत्थान से जुड़े विषयों पर गहन चर्चा होगी.
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