Fadnavis remembered Gopinath Munde: गोपीनाथ मुंडे केवल एक नेता नहीं, बल्कि विभिन्न समुदायों को जोड़ने वाले सेतु थे. उनका जीवन सिद्धांतों, विकास और सर्वसमावेशी राजनीति की मिसाल है, जिसे आज की राजनीति में भी मार्गदर्शक के रूप में अपनाने की जरूरत है.
Fadnavis remembered Gopinath Munde: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को बीजेपी के दिग्गज नेता स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे को याद करते हुए उनकी समावेशी सामाजिक सोच की सराहना की. लातूर में 14 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करते हुए और 5 मेगावॉट सोलर पावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि मुंडे ने ओबीसी वर्ग को जोड़ा, लेकिन कभी किसी अन्य समुदाय को हाशिए पर नहीं जाने दिया.
ओबीसी एकजुटता और सर्वसमावेशी दृष्टि
फडणवीस ने कहा कि गोपीनाथ मुंडे ऐसे नेता थे, जिन्होंने ओबीसी समुदाय को एकजुट करने के साथ-साथ अन्य वर्गों की भी बराबर चिंता की. उन्होंने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के नाम परिवर्तन का भी समर्थन किया. उनके अनुसार, “जब एक समाज आगे बढ़ रहा हो, तो दूसरे समाज से नफरत करने की कोई जरूरत नहीं होती.”
गोपीनाथ की राजनीतिक उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने याद किया कि मात्र 35 वर्ष की उम्र में मुंडे महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष बने, विधानसभा में विपक्ष के नेता का दायित्व संभाला और गृह मंत्री बने. विपक्ष के नेता रहते हुए उनके भाषण से सत्ता पक्ष सतर्क हो जाता था. गृह मंत्री के तौर पर उन्होंने अपराध पर काबू पाने के लिए सख्त MCOCA कानून लागू किया और ‘संघर्ष यात्रा’ के जरिए कई घोटालों का पर्दाफाश किया.
सिद्धांतों पर अडिग नेता
फडणवीस ने कहा कि मुंडे ने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और जनता के मुद्दों पर हमेशा खड़े रहे. “उन्होंने मुझे सिखाया कि सिद्धांतों से समझौता न करो, और मैं आज भी उसी सलाह का पालन करता हूं,” फडणवीस ने कहा. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर मुंडे आज जीवित होते, तो केंद्र सरकार में चमकते सितारों में से एक होते.
मराठवाड़ा विकास और अधूरे सपनों की पूर्ति
फडणवीस ने घोषणा की कि सरकार 54 टीएमसी पानी समुद्र में जाने से रोककर सूखे मराठवाड़ा को देगी. बीड में रेलवे लाने का मुंडे का सपना जल्द पूरा होगा और लातूर का कोच फैक्ट्री प्रोजेक्ट अगले साल शुरू होकर 10,000 लोगों को रोजगार देगा.
परिवार और साथियों की यादें
मुंडे की बेटी और राज्य मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें अपनी राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया था और उन्होंने उन्हें विरोधियों से भी बैर न रखने की सीख दी. पूर्व मंत्री और विधायक धनंजय मुंडे ने कहा, “हमारा सपना था कि गोपीनाथ मुंडे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनें.”
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