Chennai News : मंत्री मुरुगन ने बताया कि चाहे 2004 की सुनामी हो, बाढ़ हो या कोरोनावायरस महामारी, आरएसएस के स्वयंसेवकों ने प्रभावित लोगों के लिए काम किया.
Chennai News : तमिलनाडु भाजपा नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन ने गुरुवार को कहा कि तमिलगा वेत्री कझगम के संस्थापक नेता विजय को RSS से सीखना चाहिए और फिर उसकी आलोचना करनी चाहिए. दक्षिणपंथी संगठन की प्रशंसा करते हुए मुरुगन ने कहा कि यह आरएसएस (RSS) के स्वयंसेवक ही हैं जो प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सबसे पहले प्रतिक्रिया देते हैं और बदलाव के लिए समाज का भला करते हैं. मुरुगन ने संवाददाताओं को बताया कि चाहे 2004 की सुनामी हो, बाढ़ हो या कोरोनावायरस महामारी, आरएसएस के स्वयंसेवकों ने प्रभावित लोगों के लिए काम किया. उन्होंने आगे कहा कि चाहे कोई भी प्राकृतिक आपदा हो, आरएसएस कार्यकर्ताओं ने लोगों के लिए काम किया. उन्होंने आरएसएस के बारे में कहा कि यह 100 साल पुराना संगठन है जो सेवा के लिए प्रतिबद्ध है, यह एक स्वतंत्र संगठन है.
सेवा और मदद में RSS सबसे आगे
उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा संगठन किसी पार्टी का मार्गदर्शन करता है तो इसमें क्या गलत है. एक अन्य सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि अभिनेता-राजनेता विजय को आरएसएस से सीखना चाहिए. उन्होंने इस सदियों पुराने संगठन के क्रमिक विकास को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि विजय को खुद को सुधारना चाहिए. विजय को आरएसएस से सीखना चाहिए और फिर, ज़रूरत पड़ने पर संगठन की आलोचना भी की जा सकती है. मुरुगन ने कहा कि इसके काम को देखिए, स्वच्छता और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में आदिवासियों के लिए काम. इसी तरह, अनुसूचित जातियों के लिए काम और जब भी प्राकृतिक आपदाएं आती हैं, तो आरएसएस कार्यकर्ता सबसे पहले मदद देने वालों में से एक होते हैं. इसलिए, आरएसएस से सीखें और फिर आलोचना करें. उन्होंने फिर से स्पष्ट किया कि सभी को, खासकर विजय जैसे लोगों को, आरएसएस से सीखना चाहिए. 21 अगस्त को टीवीके प्रमुख (TVK Chief) विजय ने मदुरै में आयोजित अपनी पार्टी के दूसरे राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए फासीवादी भाजपा के (AIADMK के साथ) सीधे गठबंधन की कड़ी आलोचना की थी.
विजय का दावा- मुकाबला केवल द्रमुक से
परोक्ष रूप से टीवीके प्रमुख (TVK Chief) विजय ने एआईएडीएमके को गुलाम बताया और भ्रष्ट होने का भी आरोप लगाया. उन्होंने भाजपा की आलोचना की और दावा किया कि केंद्र में अपनी अल्पमत सरकार चलाने के लिए उसने आरएसएस समेत अन्य दलों के साथ गठबंधन कर लिया है. विजय ने पूछा कि जब मक्कल शक्ति (जनता की शक्ति) उनके साथ है, तो उनकी पार्टी को “आदिमई कूटनी” (दासता का गठबंधन) से हाथ मिलाने की क्या ज़रूरत थी. विजय ने कहा कि उनकी पार्टी का गठबंधन आरएसएस के आगे नहीं झुकेगा और लोगों को धोखा देने के लिए एक धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का नेतृत्व करने का दावा नहीं करेगा. इसके विपरीत, यह एक स्वाभिमानी गठबंधन होगा. विजय परोक्ष रूप से अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन पर हमला करते हुए आरएसएस पर निशाना साध रहे थे. 2026 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद टीवीके गठबंधन में शामिल होने वाली पार्टियों को शासन और सत्ता में हिस्सेदारी दी जाएगी, मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी. विजय ने दावा किया था कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मुकाबला केवल उनकी पार्टी और द्रमुक के बीच होगा.
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