U-Special Bus Service: यह पहल छात्रों को सुरक्षित और किफायती यात्रा विकल्प प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है. मुख्यमंत्री के साथ परिवहन मंत्री पंकज सिंह भी मौजूद रहे.
U-Special Bus Service: दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए ‘यू-स्पेशल'( U-Special) बस सेवा को गुरुवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पुनः लॉन्च किया. इस अवसर पर गुप्ता ने अपने छात्र जीवन की यादें ताज़ा करते हुए दौलत राम कॉलेज तक बस यात्रा की और छात्रों के साथ देशभक्ति गीत गाए. उन्होंने एक्स पर साझा किए गए वीडियो में गिटार और कोंगा संग ‘ऐ वतन वतन मेरे आबाद रहे तू’ गाते हुए दिखीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस यात्रा ने उन्हें अपने कॉलेज दिनों की याद दिला दी.’यू-स्पेशल’ बस सेवा के तहत 25 इलेक्ट्रिक बसें कई मार्गों पर संचालित की जाएंगी, जो दिल्ली विश्वविद्यालय के 67 कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को जोड़ेगी. यह पहल छात्रों को सुरक्षित और किफायती यात्रा विकल्प प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है. मुख्यमंत्री के साथ परिवहन मंत्री पंकज सिंह भी मौजूद रहे. दौलत राम कॉलेज पहुंचने पर गुप्ता ने प्रधानाचार्य, शिक्षकों और छात्रों से मुलाकात की और उनके साथ सेल्फी भी ली.

दौलत राम कॉलेज पहुंचीं रेखा गुप्ता
CM रेखा गुप्ता ने कहा कि अपने अल्मा मेटर लौटकर उन्हें अपार खुशी मिली और इस तरह की सेवाएं छात्रों की सुविधा बढ़ाने में सहायक होंगी. मालूम हो कि रेखा गुप्ता ने दौलत राम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी.आज दौलत राम कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों के साथ एक सेल्फी.ऐसा लगा जैसे समय की किसी पुरानी किताब का पन्ना अचानक खुल गया हो. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा. उन्होंने राजनीति में प्रवेश में अपने कॉलेज की अहम भूमिका को श्रेय दिया. गुप्ता अपने छात्र जीवन में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) की अध्यक्ष रह चुकी हैं. यहीं मैंने उड़ान भरना सीखा, यहीं मैंने संघर्ष का रास्ता चुना और यहीं मुझे वह आत्मविश्वास मिला जिसने मुझे डूसू अध्यक्ष बनने और खुद को जनसेवा के लिए समर्पित करने के लिए प्रेरित किया. दौलत राम मेरे लिए सिर्फ़ दीवारों और कक्षाओं से कहीं बढ़कर हैं. गुप्ता ने पोस्ट में कहा कि यह एक ऐसा एहसास है जिसने मेरी सोच को आकार दिया, मेरे सपनों को दिशा दी और मेरे जीवन को एक उद्देश्य प्रदान किया.
2020 में बंद कर दी गई थी सेवा
‘यू-स्पेशल’ बस सेवा मूल रूप से 1971 में शुरू की गई थी, लेकिन इसे 2020 में COVID-19 महामारी से प्रेरित लॉकडाउन के दौरान बंद कर दिया गया था. सीएम ने यू-स्पेशल बसों को “विश्वविद्यालय जीवन की जीवन रेखा” के रूप में वर्णित किया, जो वाहन न केवल छात्रों को बल्कि उनकी हंसी, बकबक और युवा सपनों को भी ले जाते हैं. उन्होंने याद करते हुए कहा कि ये बसें दिन भर का बोझ उठा लेती थीं. ये समय पर चलती थीं, हमें कॉलेज और घर बिना किसी रुकावट के पहुंचाती थीं. उद्घाटन समारोह में गुप्ता ने अपने छात्र जीवन के किस्से सुनाए. अपने भावुक संबोधन में, उन्होंने कहा कि उन्हें ठीक से याद नहीं कि किन परिस्थितियों में या किस सरकार के कार्यकाल में ये बसें बंद कर दी गईं, लेकिन जब ये चलती थीं, तो ये वाकई दिल्ली विश्वविद्यालय की जीवन रेखा थीं.
छात्रों को रहता था बसों का इंतजार
उन्होंने बताया कि ये बसें छात्रों को कॉलेज से घर सुरक्षित और समय पर पहुंचाने की ज़िम्मेदारी उठाती थीं. दोस्तों के साथ सफ़र करना, हंसी-मज़ाक करना और साथ में घर लौटना, ये अविस्मरणीय पल थे. मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि यू-स्पेशल बसों में सफ़र करने में कितना आनंद आता था. सभी कॉलेजों के छात्र अपने दोस्तों के साथ इन बसों में सवार होते थे, जबकि आम यात्रियों को जाने की अनुमति नहीं थी. उन्होंने आगे कहा कि हम सुकून महसूस करते थे क्योंकि हम बेहिसाब बातें करते थे, कहानियां और दिन भर की घटनाएं साझा करते थे. हम गाते थे, मज़ाक करते थे, हंसते थे और चेहरों पर मुस्कान लिए घर लौटते थे. अगली सुबह, हम बेसब्री से यू-स्पेशल बसों का फिर से इंतज़ार करते थे. हंसते हुए सीएम गुप्ता ने बताया कि उन दिनों एक काम ऐसा होता था जो आज के छात्र नई बसों में नहीं दोहरा पाएंगे.
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