CM Adityanath: सीएम योगी ने कहा कि इन लोगों ने उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था. इससे पहचान का संकट पैदा हो गया था. युवा बेरोज़गार थे, बेटियां असुरक्षित थीं, व्यापारी लाचार थे.
CM Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी शासन के दौरान की गई भर्तियों पर सवाल उठाए. कहा कि कई नियुक्तियों की CBI से जांच कराई जानी चाहिए. आदित्यनाथ ने कहा कि सपा शासन में किस तरह की भर्तियां होती थीं? यह किसी से छिपी नहीं थी. हमें तब हुई कई भर्तियों को CBI को सौंपना पड़ा था. कहा कि अब आप देख रहे हैं कि एक व्यक्ति आठ जगहों पर अपनी नियुक्ति करवाकर वेतन ले रहा था.यह मामला जांच के दौरान सामने आया. बिना किसी का नाम लिए यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग कौन हैं? ये लोग उस परिवार से हैं जो लोगों से पैसे लेता था, उन्हें भर्ती करता था और यूपी के लोगों को लूटता था.भर्ती 2016 में हुई थी. हमने जांच शुरू कर दी है, जांच चल रही है और जब जांच समय पर पूरी हो जाएगी, तो ‘महाभारत’ में उल्लेखित कई रिश्तेदार अपनी बाकी ज़िंदगी जेल में बिताने को मजबूर हो जाएंगे.
पहले बेटियां असुरक्षित थीं, व्यापारी लाचार थे
उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके कृत्य ऐसे थे कि वे यूपी को विकास की ऊंचाइयों तक ले जाने की बजाय लगातार नीचे की ओर धकेल रहे थे. सीएम आदित्यनाथ लखनऊ के लोक भवन में सोमवार को आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे, जहां उन्होंने कनिष्ठ सहायकों और एक्स-रे तकनीशियनों को नियुक्ति पत्र वितरित किए. बयान में कहा गया है कि राज्य में 1,112 कनिष्ठ सहायक और 22 एक्स-रे तकनीशियन हैं. अपने हमले को और तेज़ करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन लोगों ने उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था. इससे पहचान का संकट पैदा हो गया था. युवा बेरोज़गार थे, बेटियां असुरक्षित थीं, व्यापारी लाचार थे, किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे. पारंपरिक उद्यम बंद होने के कगार पर थे. अराजकता का माहौल था. त्योहारों से पहले दंगे शुरू हो जाते थे, लेकिन पिछले आठ वर्षों में, हर ज़िला, समुदाय और व्यक्ति उत्साह और उमंग के साथ त्योहारों में भाग लेता है. आज सामाजिक समरसता भी है, जो राष्ट्रीय एकता को मज़बूत करती है.
सरकारी सेवाओं में 8.5 लाख युवाओं की भर्ती
कहा कि लोगों का उत्साह और जोश भी विकास की भावना के साथ उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति ही स्वस्थ समाज के निर्माण में योगदान दे सकता है. एक स्वस्थ व्यक्ति ही एक सशक्त समाज और एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण में भूमिका निभा सकता है. जब व्यक्ति स्वयं स्वस्थ नहीं होगा, तो व्यवस्था कैसे स्वस्थ रहेगी? जब व्यवस्था ही अस्वस्थ हो जाएगी, तो उसके सभी स्तंभ ढहते हुए दिखाई देंगे. सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले ही इस ‘घुन’ (गेहूं का घुन) ने सिस्टम को संक्रमित कर दिया था, जो इसे अंदर से खोखला कर रहा था. आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने समस्या का समाधान करने के साथ-साथ सभी मानक हासिल किए. इसका परिणाम यह है कि पिछले आठ वर्षों में हम विभिन्न सरकारी सेवाओं में 8.5 लाख युवाओं की भर्ती की.
2.19 लाख पुलिसकर्मियों को नौकरी
उन्होंने कहा कि आठ वर्षों में 2.19 लाख पुलिसकर्मियों की भर्ती की गई है. हाल ही में 60,244 पुलिसकर्मियों की भी भर्ती की गई. उन्होंने कहा कि पहली बार जब हमारी सरकार ने पुलिस भर्ती शुरू की, तो प्रशिक्षण की समस्या खड़ी हो गई. 50,000 भर्ती की घोषणा की गई थी, लेकिन हमारे पास प्रशिक्षण केंद्र नहीं थे. जब समीक्षा की गई तो पाया गया कि केवल 3,000 कर्मियों को ही एक साथ प्रशिक्षित किया जा सकता है. फिर सैन्य, अर्धसैनिक और अन्य राज्यों के प्रशिक्षण केंद्रों का उपयोग किया गया और किसी तरह प्रशिक्षण पूरा किया गया. इस बार 60,244 पुलिसकर्मी उत्तर प्रदेश में ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. यूपी के सीएम ने नकारात्मकता फैलाने वालों पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के पास काम नहीं है, और वे अपने स्मार्टफोन के माध्यम से केवल नकारात्मकता देखते हैं. उन्होंने कहा कि वे अलग-अलग जगहों की तस्वीरें डालकर नकारात्मकता फैलाते हैं और सरकार की छवि खराब करते हैं.
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