Indian Democracy : अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि संसद में कुछ जरूरी मुद्दों पर हंगामे का हम स्वागत करते हैं क्योंकि यह समृद्ध लोकतंत्र का सबसे बड़ा संकेत है.
Indian Democracy : संसदीय सत्र के दौरान कई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच विवाद हो जाता है. साथ ही ये कई बार इतना गरमा जाता है कि पार्लियामेंट को स्थगित करना पड़ जाता है. हालांकि, जब सांसद सेंट्रल हॉल में आने के बाद फिर से सदन में पहुंचते हैं तो मामला शांत भी हो जाता है और कई दफा मुद्दों इतना गरम होता है कि पूरे दिन के लिए पार्लियामेंट सेशन स्थगित करना पड़ जाता है. इसी बीच अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को कहा कि भारतीय लोकतंत्र दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं और लोगों को सदन की कार्यवाही में व्यवधान से निराश नहीं होना चाहिए.
लोकतंत्र का सबसे बड़ा संकेत : रिजिजू
PHDCCI के वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए किरेन रिजिजू ने कहा कि संसद में कुछ जरूरी मुद्दों पर हंगामे का हम स्वागत करते हैं क्योंकि यह समृद्ध लोकतंत्र का सबसे बड़ा संकेत है. उन्होंने कहा कि अगर कोई मुद्दा उठाने लायक है तो मैं विपक्ष की तरफ से किए गए हंगामे का स्वागत करता हूं. इसके अलावा सदन की कार्यवाही को स्थगित करना भी विपक्ष को जगह देने का संकेत है. रिजिजू ने आगे कहा कि संसद एक ऐसा मंच है जहां विभिन्न विचारधाराओं के लोग जनता की आवाज उठाने के लिए एकत्रित होती हैं. वे संसद में अपने विचार और अपनी आइडियोलॉजी को सामने रखते हैं. संसदीय मंच पर विविध पृष्ठभूमि के लोग सामने आते हैं और ऐसे में हंगामा होना लाजिमी है.
अभिव्यक्ति की आजादी हमारी प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में भारी हंगामे के बीच ऑनलाइन गेंमिंग को विनियमित करने जैसे महत्वपूर्ण विधेयक को पास करवा लिया गया था. इसके बाद भी जब विपक्षी दल विरोध करते हैं तो हम उसका खुले दिल से स्वागत करते हैं. इसी कड़ी में अल्पसंख्यक मंत्री ने लोगों से संसद में व्यवधानों या संसद के ठीक से काम न करने की खबरों से निराश न होने का आग्रह किया. साथ ही हमारी वर्तमान की व्यवस्था से भी नाराज नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आप लोग नतीजों से निराश हो सकते हैं लेकिन दुनिया में उपलब्ध सबसे अव्वल दर्जे की व्यवस्था है. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग दावा करते हैं कि सरकार अभिव्यक्ति की आजादी को दबा रही है, वे कई मुद्दों पर सबसे ज्यादा मुखर भी हैं. मंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो व्यक्ति पूरे दिन विरोध करता रहता है, वह कहता है कि अभिव्यक्ति की आजादी को दबाया जा रहा. यह एक लोकतांत्रिक देश है और यहां पर अभिव्यक्ति की आजादी कई प्राथमिकताओं में से एक है.
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