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MP Nursing Scam Investigation: मध्य प्रदेश सरकार ने 66 नर्सिंग कॉलेजों को बंद करने का दिया आदेश

by Live Times
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MP Nursing Scam Investigation

MP Nursing Scam Investigation: मध्य प्रदेश में नर्सिंग घोटाला जांच में रिश्वत मामले में हाई कोर्ट के आदेश के बाद सख्ती बरतते हुए 31 जिलों में 66 नर्सिंग कॉलेजों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है.

28 May, 2024

MP Nursing Scam Investigation: डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी सरकार ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा जांच की जा रही कथित नर्सिंग कॉलेज घोटाले में उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार 31 जिलों में 66 नर्सिंग कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है. इससे नर्सिंग कॉलेजों में हड़कंप की स्थिति है. आरोप है कि यह घोटाला कई नर्सिंग कॉलेजों के कामकाज में घोर अनियमितताओं से संबंधित है. यह भी जानकारी मिली है कि इनमें बुनियादी ढांचे की कमी थी, जबकि कुछ तो केवल कागजों पर मौजूद थे यानी धरातल पर उनका कोई अस्तित्व ही नहीं था.

HC के आदेश के अनुसार हुई कार्रवाई

मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार 31 जिलों में 66 नर्सिंग कॉलेजों को बंद करने का निर्देश दिया है. सीएम अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि इन नर्सिंग कॉलेजों का कोई भी छात्र प्रभावित न हो और उनके लिए परीक्षा में बैठने की व्यवस्था की जाए. सीएमओ ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त ने इन कॉलेजों की सूची संबंधित जिला कलेक्टरों को भेज दी है और उन्हें एचसी के निर्देशों के अनुसार कार्य करने के लिए कहा है.

विदिशा और श्योपुर में एक-एक कॉलेज सूची में शामिल

रद्द कॉलेजों की सूची में बैतूल के आठ, भोपाल के छह, इंदौर के पांच, छतरपुर, धार और सीहोर के चार-चार, नर्मदापुरम के तीन, भिंड, छिंदवाड़ा, जबलपुर, झाबुआ, मंडला, रीवा, सिवनी और शहडोल के दो-दो कॉलेज शामिल हैं. वहीं, अलीराजपुर, अनुपपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, देवास, ग्वालियर, खंडवा, खरगोन, मुरैना, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, उज्जैन, उमरिया, विदिशा और श्योपुर में एक-एक कॉलेज भी सूची में शामिल है.

कॉलेजों द्वारा नामित अधिकारी और पटवारी शामिल

गौरतलब है कि सीबीआई और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भोपाल ने उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में सात कोर टीमों और तीन से चार सहायता टीमों का गठन किया था. इस टीम में सीबीआई के अधिकारी, मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों द्वारा नामित अधिकारी और पटवारी शामिल थे. पिछले दिनों एक सीबीआई अधिकारी को एजेंसी की जांच के दायरे में आने वाले एक नर्सिंग कॉलेज के अध्यक्ष से कथित तौर पर 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था. इस मामले के सामने आने के बाद सीबीआई ने अपने इंस्पेक्टर राहुल राज की सेवाएं समाप्त कर दीं.

केंद्रीय जांच एजेंसी ने पहले कहा था कि मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाला मामले की सीबीआई जांच से पता चला है कि उसके अधिकारी निरीक्षण के बाद अनुकूल रिपोर्ट देने के लिए प्रत्येक संस्थान से कथित तौर पर 2 से 10 लाख रुपये एकत्र कर रहे थे.

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