Secular Civil Code: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि यूनिफॉर्म सिविल कोड समय की मांग है. देश ने कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं, अब हमें सेकुलर सिविल कोड की तरफ जाना होगा.
16 August, 2024
Secular Civil Code: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए अपने भाषण में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का जिक्र किया था. अब इसको लेकर एक बार फिर से देश में सियासी हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस के पूर्व नेता और राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal) ने प्रधानमंत्री के बयान पर अपनी टिप्पणी रखी है. उन्होंने कहा कि BJP 10 साल में न तो सेक्युलर और ना ही सभ्य रही है. BJP को पहले समान नागरिक संहिता के बारे में बात करने से पहले सभ्य होना पडे़गा. पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले के प्राचीर से अपने संबोधन में कहा था कि सेक्युलर नागरिक संहिता समय की मांग है. उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) को सेकुलर सिविल कोड बताया.
PM ने बाबा साहेब का किया अपमान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर दिए गए बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस ने पीएम (PM) के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अब तक देश में सांप्रदायिक नागरिक संहिता है. प्रधानमंत्री को समझना चाहिए कि संविधान सबसे बड़ा है. संविधान जो अनुमति देगा, वही होगा.
विवादित मुद्दों को हवा दे रहे हैं PM
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान को लेकर कड़ी आलोचना की है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mrityunjay Tiwari) ने कहा है कि प्रधानमंत्री विवादित मुद्दों को हवा दे रहे हैं. ऐसे मुद्दों को उठा रहे हैं जो धर्म के आधार समाज में नफरत फैलाते हैं. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह सरकार देश से संविधान को खत्म कर देना चाहती है.
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