Dangerous Disease In World: WHO की रिपोर्ट ने खोली पोल, सबसे ज्यादा मौतें इस बीमारी से, बढ़ती जनसंख्या के साथ बढ़ रहा है हेल्थ क्राइसिस.
Dangerous Disease In World: बढ़ती जनसंख्या, भागदौड़ भरी ज़िंदगी, तनाव, फास्ट फूड और नींद की कमी, ये सब मिलकर हमें बीमारियों की ओर धकेल रहे हैं. आज दुनिया की एक बहुत बड़ी आबादी एक ऐसी जानलेवा बीमारी से जूझ रही है जो हर उम्र के लोगों को चपेट में ले रही है, ये है दिल की बीमारी. खासकर भारत जैसे देशों में, जहां हेल्थ के मुकाबले जनसंख्या तेज़ी से बढ़ रही है, यह खतरा और भी विकराल होता जा रहा है.
हार्ट डिजीज: सबसे बड़ा किलर
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 2021 की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में हर साल लगभग 39 मिलियन लोग दिल की बीमारियों के कारण मरते हैं. यानी पूरी दुनिया में होने वाली मौतों का 57% सिर्फ कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से जुड़ा हुआ है. इसमें इस्केमिक हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, हार्ट फेलियर जैसी स्थितियां शामिल हैं. इस रिपोर्ट का सबसे चौंकाने वाला हिस्सा यह है कि हर उम्र के लोग इसकी चपेट में हैं. पहले जहां ये बीमारी बुजुर्गों में आम मानी जाती थी, आज के समय में 30 से 40 की उम्र के युवा भी हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं.
WHO की सूची में 10 सबसे खतरनाक बीमारियां
दिल की बीमारी के अलावा WHO ने जिन 10 बीमारियों को जानलेवा बताया है, वे हैं:
1. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)- खासकर स्मोकिंग और प्रदूषण से जुड़ी.
2. श्वसन तंत्र के संक्रमण- जैसे लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन.
3. कैंसर-फेफड़ों, ट्रेकिआ और ब्रोंकस कैंसर सबसे आम हैं.
4. डायबिटीज- युवाओं में तेजी से बढ़ रहा खतरा.
5. अल्जाइमर और डिमेंशिया- बुजुर्गों में याददाश्त खोने की समस्याएं बढ़ रही हैं.
6. किडनी रोग- ख़ासतौर पर डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों में.
7. टीबी (तपेदिक)- अब भी लाखों लोग इसकी चपेट में हैं.
खराब लाइफस्टाइल है सबसे बड़ा विलेन
आधुनिक जीवनशैली में जो चीज़ सबसे ज्यादा घातक साबित हो रही है, वह है ‘लाइफस्टाइल डिजीज’. कम नींद, अनहेल्दी डाइट, तनाव, कम फिजिकल एक्टिविटी और स्मार्टफोन का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल हमारी बॉडी को अंदर से खोखला कर रहा है.
यही वजह है कि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियां अब आम हो गई हैं. ख़ासकर युवा वर्ग, जिसे अपने करियर और सोशल लाइफ के बीच सेहत का ख्याल रखने का समय ही नहीं मिलता, तेजी से बीमारियों की गिरफ्त में आ रहा है.
बढ़ती आबादी, घटती सेहत
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक भारत की जनसंख्या 1.46 अरब के पार हो जाएगी, जिससे यह दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. लेकिन बढ़ती आबादी के साथ-साथ हेल्थकेयर सिस्टम और मूलभूत सुविधाओं पर दबाव भी बढ़ता जा रहा है. ज़्यादा लोग मतलब ज़्यादा तनाव, ज़्यादा प्रदूषण, ज़्यादा इंफेक्शन और कम हेल्थ रिसोर्सेज.
तो क्या करें?

– रेगुलर हेल्थ चेकअप कराएं
– हेल्दी डाइट लें- जंक फूड से दूरी बनाएं
– डेली एक्सरसाइज और वॉक को रूटीन बनाएं
– तनाव से बचें- मेडिटेशन या योग अपनाएं
– स्मोकिंग और अल्कोहल को कहें नो
– अपनी नींद और स्क्रीन टाइम पर ध्यान दें
अब समय आ गया है कि सेहत को प्राथमिकता दी जाए. सिर्फ लंबी उम्र जीना ही नहीं, स्वस्थ जीवन जीना भी जरूरी है. दिल की बीमारी, डायबिटीज, कैंसर और फेफड़ों की समस्याएं, ये सिर्फ मेडिकल टर्म्स नहीं, बल्कि हमारे आने वाले भविष्य को चुनौती देने वाले सच हैं.
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है. किसी भी बीमारी के लक्षण, इलाज या हेल्थ प्लान को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.
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