Russia-Ukraine War : अमेरिका के शांति प्रस्ताव पर जहां यूक्रेन के प्रतिनिधि से बातचीत चल रही है. वहीं, दूसरी तरफ यूक्रेन और रूस से संघर्ष जारी है और इसी कड़ी में रूसी सेना ने निशाना बनाकर बड़ा हमला किया है.
Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन युद्ध के चार साल पूरे होने वाले हैं और संघर्ष रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में रूस ने एक बार घातक हमला किया और इस दौरान ओडेसा बंदरगाह पूरी तरह तबाह हो गया. यूक्रेन की इमरजेंसी सर्विस ने शनिवार की सुबह बताया कि शुक्रवार देर रात बताया कि दक्षिणी यूक्रेन के ओडेसा में पोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर रूसी मिसाइल हमले में 8 लोग मारे गए और करीब 27 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इस दौरान पार्किंग में खड़े ट्रकों में आग लग गई और कारें भी क्षतिग्रस्त हो गईं. वहीं, ओडेसा क्षेत्र के प्रमुख ओलेह किपर ने कहा कि पोर्ट पर बैलिस्टिक मिसाइलों से घातक हमला किया गया है.
यूक्रेन ने किया रूसी युद्धपोत पर हमला
रूसी हमले को लेकर यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने शनिवार को एक बयान में कहा कि यूक्रेनी सेना ने ड्रोन से एक रूसी युद्धपोत और अन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया. टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर पोस्ट किए गए बयान के मुताबिक, शुक्रवार की रात को हुए हमले में रूसी युद्धपोत ओखोटनिक को निशाना बनाया गया. यह जहाज कैस्पियन सागर में एक तेल और गैस प्रोडक्शन प्लेटफॉर्म के पास गश्त कर रहा था. फिलहाल अभी कितना नुकसान हुआ है इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है. इसके अलावा कैस्पियन सागर में फिलानोव्स्की तेल और गैस क्षेत्र में एक ड्रिलिंग प्लेटफॉर्म पर हमला हुआ था. यह सुविधा रूसी तेल कंपनी लुकोइल द्वारा संचालित है. यूक्रेनी ड्रोन ने क्रीमिया के क्रास्नोसेल्स्के इलाके के रडार सिस्टम पर भी हमला किया गया, जिसे रूस ने सन् 2014 में यूक्रेन से अवैध रूप से अपने कब्जे में ले लिया था.
अमेरिका ही युद्ध समाप्त करवा सकता है : रुबियो
आपको बताते चलें कि भले ही रूस और यूक्रेन के बीच में युद्ध को समाप्त करने के लिए कोई समझौता नहीं हो पाया है, लेकिन अमेरिका की तरफ से एक शांति प्रस्ताव दिया गया है जिसपर अभी तक यूक्रेन की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. वहीं, रूस ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर अमेरिका की तरफ से दिए गए प्रस्ताव पर समझौता नहीं होता है तो हमारी सेना युद्ध को पहले के मुकाबले तेज कर देगी. इसी बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका ही अब एकमात्र देश है जो रूस और यूक्रेन से बातचीत करने के बाद युद्ध को खत्म कर सकता है. उन्होंने आगे कहा कि इस धरती पर एक ही देश और संस्था से है जो दोनों पक्षों से बातचीत करने के बाद यह पता लगा सकती है कि शांति से युद्ध खत्म करने के क्या उपाय हैं. रुबियो ने यह बताया कि इस मिशन में अमेरिका में ने कई हाई लेवल अधिकारी लगाए हैं.
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