Modi-Ramgulam meeting in Varanasi: ढोल-नगाड़ों और शंखनाद की ध्वनि के बीच मोदी का काफिला सुबह करीब 11:30 बजे शहर में दाखिल हुआ. रास्ते में स्थानीय निवासी हर-हर महादेव के नारे लगाते हुए उनके स्वागत के लिए खड़े थे.
Modi-Ramgulam meeting in Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता से पहले दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे का अभिवादन किया और हाथ मिलाया. इससे पहले ढोल-नगाड़ों और शंखनाद की ध्वनि के बीच मोदी का काफिला सुबह करीब 11:30 बजे शहर में दाखिल हुआ. रास्ते में कई चौराहों पर भाजपा नेता, पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी “हर-हर महादेव” के नारे लगाते हुए उनके स्वागत के लिए कतार में खड़े थे. कुछ जगहों पर लोगों ने पुष्प वर्षा की, जबकि कुछ लोग मॉरीशस के झंडे लिए हुए भी देखे गए. प्रधानमंत्री दिल्ली से बाबतपुर हवाई अड्डे पर उतरे, जहां उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. वहां से वह वाराणसी पुलिस लाइन गए और फिर कार से होटल ताज पहुंचे, जहां मॉरीशस के प्रधानमंत्री के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक होनी है.
गंगा आरती में भी शामिल होंगे रामगुलाम
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मोदी और रामगुलाम द्विपक्षीय सहयोग के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं, जिसमें विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. बयान में कहा गया है कि वे स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और नीली अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श करेंगे. यह यात्रा मार्च 2025 में मोदी की मॉरीशस की राजकीय यात्रा से उत्पन्न गति पर आधारित है, जिसके दौरान दोनों नेताओं ने संबंधों को बढ़ी हुई रणनीतिक साझेदारी के रूप में ऊंचा किया. रामगुलाम बुधवार को वाराणसी पहुंचे और उनका स्वागत राज्यपाल पटेल और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने किया. उनके गुरुवार शाम को गंगा आरती में शामिल होने और प्रस्थान से पहले शुक्रवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर जाने का कार्यक्रम है.
शहर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध
भाजपा नेताओं ने कहा कि काशी में किसी राष्ट्राध्यक्ष के साथ प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय बैठक होगी. मोदी ने इससे पहले 2018 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और 2022 में जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे की वाराणसी में मेजबानी की थी, लेकिन वे औपचारिक द्विपक्षीय बैठकें नहीं थीं. शहर को बड़े-बड़े होर्डिंग्स और बैनरों से सजाया गया है, जो आने वाले गणमान्य व्यक्ति का स्वागत करते हैं. पुलिस ने बताया कि इस हाई-प्रोफाइल यात्रा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार गुरुवार की यात्रा 2014 के बाद से मोदी की वाराणसी की 52वीं यात्रा है. 2014 में वह पहली बार इस निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद चुने गए थे.
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