Trump-Netanyahu Meeting : ईरान पर अमेरिका और इजरायल के संयुक्त अभियान के बाद दोनों देश इस पर विजय यात्रा निकालना चाहते हैं. इसके अलावा ट्रंप और नेतन्याहू गाजा संघर्ष पर भी चर्चा कर सकते हैं.
Trump-Netanyahu Meeting : इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ईरान पर हाल ही में किए संयुक्त हमले को विजय यात्रा की घोषणा कर सकते हैं. दोनों देशों ने इस हमले को एक अप्रतिम सफलता बताया है. विजयी यात्रा के अलावा इजरायल और हमास के बीच में 21 महीने से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए डोनाल्ड कितना जोर लगाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया है कि इजरायल और ईरान के बीच 12 दिनों तक चले संघर्ष के बाद वह जल्द ही गाजा संघर्ष को भी समाप्त करना चाहेंगे. वहीं, ट्रंप और नेतन्याहू के बीच होने वाली बैठक में गाजा युद्धविराम का भी प्रस्ताव रखा जा सकता है, लेकिन सवाल यही है कि क्या यह गाजा संघर्ष को खत्म करने में मदद कर पाएगा?
गाजा युद्धविराम पर नेतन्याहू ने दिया संकेत
वाशिंगटन में इजराइल के पूर्व राजदूत माइकल ओरेन ने कहा कि अगर गाजा संघर्ष खत्म होता है तो इसका प्रभाव बहुत ज्यादा होगा. रविवार को वाशिंगटन के लिए रवाना होने से पहले बेंजामिन नेतन्याहू ने दुश्मन देश पर बड़ी जीत लाने के लिए अमेरिका के साथ सहयोग की प्रशंसा की. इसके अलावा उन्होंने गाजा में युद्ध विराम को लेकर भी सकारात्मक संकेत दिए हैं और कहा कि वह चर्चा के मुद्दे की शर्तों पर काम कर रहे हैं जिन पर हम सहमत हुए थे. नेतन्याहू ने कहा कि मुझे लगता है कि इजराइल और हमास एक नए युद्ध विराम समझौते की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, जो लड़ाई में 60 दिनों का विराम लाने का काम करेगा, गाजा में सहायता पहुंचाने का काम करेगा और क्षेत्र में पकड़े गए 50 बंधकों में से कम से कम कुछ को मुक्त करेगा.
हमास को आत्मसमर्पण करना होगा
वहीं, हमास का कहना है कि वह युद्ध समाप्त होने और गाजा इजरायल की पूरी वापसी के बदले में सभी बंधकों मुक्त करने के लिए तैयार है. दूसरी तरफ नेतन्याहू ने कहा कि युद्ध तब समाप्त होगा जब हमास आत्मसमर्पण करेगा, निरस्त्रीकरण करेगा और निर्वासन में चला जाएगा. साथ ही ट्रंप ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि वह एक शांतिदूत के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं. उन्होंने हाल ही में दावा किया कि भारत और पाकिस्तान, कांगो-रवांडा और इजराइल-ईरान के बीच जारी संघर्ष को खत्म करवाने में हमारे प्रशासन ने मदद की है. साथ ही यह बात भी जगजाहिर की है कि वह वर्षों से नोबेल पुरस्कार को पाना चाहते हैं.
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