Nagastra-1 Drone: नागस्त्र-1R एक स्वदेशी लॉइटरिंग म्यूनिशन या कामिकाज़ी ड्रोन है, जिसे भारत की सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड (SDAL) ने भारतीय सेना के लिए विकसित किया है.
Nagastra-1 Drone: पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने भारत का दमखम देखा. इसके बाद से ही भारतीय सेना के तकनीकी कौशल की तारीफ हो रही है. भारत ने अत्याधुनिक हथियारों के दम पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. अब भारतीय सेना को एक और खतरनाक साथी मिलने वाला है. दुश्मनों को चारों खाने चित करने के लिए भारतीय सेना ना नागास्त्र-1R नाम के ड्रोन को खरीदने के लिए ऑर्डर दे दिया है.
क्या है नागास्त्र-1 ड्रोन की खासियत?
नागस्त्र-1R एक स्वदेशी लॉइटरिंग म्यूनिशन या कामिकाज़ी ड्रोन है, जिसे भारत की सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड (SDAL) ने भारतीय सेना के लिए विकसित किया है. यह एक मैन-पोर्टेबल, लागत प्रभावी ड्रोन सिस्टम है, जो उच्च परिशुद्धता के साथ दुश्मन के ठिकानों, जैसे आतंकी शिविरों, लॉन्च पैड्स और घुसपैठियों को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत विकसित एक महत्वपूर्ण हथियार प्रणाली है, जिसमें 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री का उपयोग किया गया है.
कामिकाज़ी मोड में लक्ष्य भेदने में सक्षम
नागस्त्र-1R ड्रोन 30-40 किमी की रेंज में दुश्मन के ठिकानों को नष्ट कर सकता है. यह 60 मिनट तक मंडराने, 360° गिम्बल कैमरे से दिन-रात निगरानी करने और कामिकाज़ी मोड में लक्ष्य भेदने में सक्षम है. 30 किलोग्राम वजन वाला यह मैन-पोर्टेबल ड्रोन 80% स्वदेशी सामग्री से बना है, जिसमें सुरक्षित एन्क्रिप्शन और पुन: उपयोग योग्य लॉन्चर शामिल हैं. पैराशूट सिस्टम इसे मिशन रद्द होने पर पुन: उपयोग योग्य बनाता है, जो इसे लागत प्रभावी और भारतीय सेना के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाता है.
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