इजराइल के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गाजा शहर पर सैन्य नियंत्रण लेने की योजना को मंजूरी दे दी है. यह योजना मुख्य रूप से हमास को खत्म करने के पांच-सूत्री लक्ष्य का हिस्सा है.
Jerusalem: इजराइल के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गाजा शहर पर सैन्य नियंत्रण लेने की योजना को मंज़ूरी दे दी है. यह योजना मुख्य रूप से हमास को निरस्त्र करने के पांच-सूत्री लक्ष्य का हिस्सा है. इस निर्णय से इस क्षेत्र में लगभग दो साल से चल रहे युद्ध के और बढ़ने की आशंकाएं पैदा हो गई हैं. गाजा शहर पर नियंत्रण करने का यह विवादास्पद निर्णय पूरे इजराइल में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच आया है, जिसमें युद्ध को तत्काल समाप्त करने और पिछले 22 महीनों से हमास द्वारा बंदी बनाए गए 50 से अधिक बंधकों की तत्काल वापसी सुनिश्चित करने की मांग की जा रही है. नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि सुरक्षा मंत्रिमंडल के मंत्रियों के एक निर्णायक बहुमत का मानना था कि सुरक्षा मंत्रिमंडल को सौंपी गई वैकल्पिक योजना से न तो हमास की हार होगी और न ही बंधकों की वापसी होगी. वैकल्पिक योजना क्या थी यह तुरंत स्पष्ट नहीं है.
युद्ध में करीब 1200 लोग मारे गए
सुरक्षा कैबिनेट द्वारा मंजूर की गई योजना में पांच सिद्धांत शामिल थे. ये हैं: हमास को निरस्त्र करना, सभी बंधकों की वापसी, गाजा का विसैन्यीकरण, गाजा में इजरायली सुरक्षा नियंत्रण और एक नागरिक प्रशासन की स्थापना जो न तो हमास हो और न ही फिलिस्तीनी प्राधिकरण. नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इजरायली रक्षा बल (IDF) युद्ध क्षेत्रों के बाहर नागरिक आबादी को मानवीय सहायता वितरित करते हुए गाजा शहर पर नियंत्रण करने की तैयारी करेगा. इससे पहले इजरायली सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल ज़मीर ने गाजा शहर पर पूर्ण सैन्य विजय के खिलाफ चेतावनी दी थी और कहा था कि यह एक जाल होगा. हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायली शहरों पर हमला किया था. इसके बाद इजरायल ने गाजा पर हमला शुरू कर दिया. युद्ध में लगभग 1,200 लोगों की मौत हो गई. हमास ने 251 लोगों को बंधक भी बना लिया है और उनमें से 50 से अधिक अभी भी उसके कब्जे में हैं.
गाजा में भोजन और दवाओं का संकट
गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, तब से इजरायली सैन्य अभियानों में 60,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. गाजा मुख्यतः भोजन और दवाओं की कमी के कारण एक बड़े मानवीय संकट से जूझ रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पिछले महीने कहा था कि गाजा में कुपोषण की दर खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. सुरक्षा मंत्रिमंडल की बैठक से पहले नेतन्याहू ने दौरे पर आए भारतीय पत्रकारों के एक समूह से कहा कि इजराइल गाजा पर कब्ज़ा या विलय नहीं करना चाहता. इजराइल का एकमात्र उद्देश्य हमास को पूरी तरह से खत्म करना है.
गाजा पर कब्जे की योजना नहींः नेतन्याहू
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इज़राइल गाजा की सुरक्षा का नियंत्रण अपने हाथ में लेना चाहता है. गाजा में खाद्य संकट के बारे में पूछे जाने पर नेतन्याहू ने कहा कि इज़राइल को 20 लाख टन से ज़्यादा खाद्य सामग्री भेजी गई थी, लेकिन आपूर्ति रोक दी गई. नेतन्याहू ने कहा कि हमारी योजना गाजा पर कब्ज़ा या विलय करने की नहीं है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमारा लक्ष्य अपने बंधकों को वापस लाना, हमास को नष्ट करना और फिर गाजा को एक अस्थायी सरकार के हवाले करना है. इज़राइली सुरक्षा मंत्रिमंडल के इस फ़ैसले पर बंधकों के परिवारों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की क्योंकि उन्हें डर था कि गाजा शहर पर नियंत्रण करने से बंधकों की रिहाई की संभावना और भी कम हो जाएगी. बंधकों के परिवार युद्ध को तत्काल समाप्त करने की मांग कर रहे हैं.
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