Uttarkashi Cloudburst: घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची.
Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बलिगढ़ में शनिवार को बादल फटने की घटना से भारी तबाही मच गई. इस प्राकृतिक आपदा में एक निर्माणाधीन होटल साइट को भारी नुकसान पहुंचा. और वहां काम कर रहे 17 मजदूर लापता हो गए. स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें तबाही का भयावह मंजर देखा जा सकता है.
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य के अनुसार, बलिगढ़ में बादल फटने से अचानक आए सैलाब ने निर्माणाधीन होटल साइट को अपनी चपेट में ले लिया. तेज बहाव के कारण मजदूरों के रहने के स्थान और मशीनरी बह गई. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, 8-9 मजदूरों के लापता होने की सूचना थी. लेकिन बाद में यह संख्या बढ़कर 17 हो गई. लापता मजदूरों की तलाश के लिए बचाव दल दिन-रात काम कर रहे हैं. लेकिन तेज बारिश और भूस्खलन के कारण बचाव कार्य में चुनौतियां आ रही हैं.
बचाव अभियान
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची. बचाव कार्य में सेना और स्थानीय प्रशासन भी सहयोग कर रहा है. जिलाधिकारी ने बताया कि लापता मजदूरों को ढूंढने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया जा रहा है. प्रभावित क्षेत्र में सड़कें और छोटे पुल भी क्षतिग्रस्त होने की खबर है. जिससे राहत कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है.
वीडियो में दिखा तबाही का मंजर
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में बादल फटने के बाद आए सैलाब का भयावह दृश्य दिखाई दे रहा है. वीडियो में तेज बहाव के साथ मलबा और पानी होटल साइट को तहस-नहस करते हुए देखा जा सकता है. स्थानीय लोगों और मजदूरों के बीच दहशत का माहौल है. यह वीडियो घटना की गंभीरता को दर्शाता है. और बचाव कार्यों की चुनौतियों को उजागर करता है.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई हिस्सों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है. बड़कोट और आसपास के क्षेत्रों में प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है.
प्रशासन का बयान
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने कहा, “हमारी प्राथमिकता लापता मजदूरों को सुरक्षित ढूंढना और प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्यों को तेज करना है. सभी टीमें पूरे समर्पण के साथ काम कर रही हैं.” उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की.
स्थानीय लोगों में दहशत
इस आपदा ने स्थानीय लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है. कई परिवार अपने परिजनों की तलाश में घटनास्थल पर डटे हुए हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं क्षेत्र में निर्माण कार्यों के लिए अनियोजित डंपिंग और प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन का परिणाम हो सकती हैं.
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