दिल्ली में रामलीला के मंचों से ऑपरेशन सिंदूर की स्पेशल स्क्रीनिंग की जाएगी. दिल्ली की करीब 850 रामलीला समितियों ने इस फैसले पर हामी भरी है.
Operation Sindoor in Delhi Ramlila: ऑपरेशन सिंदूर की विजयगाथा भला कौन भूल सकता है? ऑपरेशन सिंदूर हर भारतीय के लिए एक ऐसा लम्हा है जो न सिर्फ उन्हें बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करता रहेगा. भारतीय सशस्त्र बलों का ये ऑपरेशन भारतीय इतिहास में स्वर्णिम शब्दों में लिखा जाएगा. इस कड़ी में अब दिल्ली की तकरीबन 850 रामलीला समितियों ने ऑपरेशन सिंदूर पर अहम फैसला लिया है. नवरात्रि में राजधानी दिल्ली की करीब 850 रामलीला समितियां रामलीला से पहले भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता को श्रद्धांजलि देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर की रोजाना विशेष स्क्रीनिंग करेंगी.
क्या बोले रामलीला महासंघ के अध्यक्ष?
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में रामलीला महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने कहा, “इस साल दिल्ली भर में रामलीलाओं का प्रदर्शन 15-20 मिनट की विशेष श्रद्धांजलि के साथ शुरू होगा. रामलीला से पहले एक नाटक, एक लघु फिल्म या ‘सैन्य शौर्य: ऑपरेशन सिंदूर’ शीर्षक से एक स्क्रीनिंग की जाएगी. रामलीला समितियों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में एक समन्वय बैठक के दौरान ये अहम निर्णय लिया गया है.श्रद्धांजलि प्रदर्शन 22 सितंबर से 3 अक्टूबर तक विजय दशमी समारोह तक किया जाएगा.”
क्यों राजी हुईं रामलीला समितियां?
रामलीला महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने कहा, “सभी समितियों ने भारतीय सशस्त्र बलों को उनकी बहादुरी और बलिदान के लिए सम्मानित करने के लिए इस श्रद्धांजलि को रामलीला में शामिल करने पर सहमति जताई है. इस संबंध में शुक्रवार, 23 मई 2025 को इस मुद्दे समेत बाकी अहम विषयों पर चर्चा करने के लिए एक बैठक भी की गई. हमारी योजना रामलीला परंपराओं और रामायण को समर्पित एक शोध केंद्र स्थापित करने की है. इस योजना के लिए सरकार से भूमि की मांग की जा रही है. महासंघ ने कांवड़ यात्रा और हज के लिए की गई व्यवस्थाओं की तरह ही 45 दिनों के लिए मुफ्त बिजली, पानी, स्वच्छता सुविधाओं और ग्राउंड बुकिंग की लंबे समय से चली आ रही मांगों को भी उठाया है.”
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने कायराना आतंकी वारदात को अंजाम देकर 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. इस आतंकी घटना से पूरे देश में रोष की लहर फैल गई. हर भारतीय केंद्र सरकार से आतंक को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग करने लगा. भारतीय सशस्त्र बलों ने 6-7 मई की आधी रात को पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की. इस एयरस्ट्राइक में नौ आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया और कई आतंकियों को ढेर किया गया.
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