Home Latest News & Updates बंगाल में हड़ताल समर्थकों की पुलिस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हाथापाई, कई इलाकों में हिंसा, रोकी ट्रेनें

बंगाल में हड़ताल समर्थकों की पुलिस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हाथापाई, कई इलाकों में हिंसा, रोकी ट्रेनें

by Sanjay Kumar Srivastava
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हड़ताल के समर्थन में दुकानों को जबरन बंद कराने की कोशिश की गई. पूरे बंगाल में सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों की बैंकिंग सेवाएं व्यापक रूप से प्रभावित रहीं.

Kolkata: देशभर में बुधवार को 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की हड़ताल के दौरान बंगाल में हड़ताल समर्थकों की पुलिस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ झड़प के बाद हाथापाई हो गई. पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों से हिंसा की खबरें आईं. सामान्य जनजीवन सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था. यह हड़ताल उदारीकरण, आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों, बेरोजगारी, ठेका मजदूरी में वृद्धि और अन्य मुद्दों के खिलाफ बुलाई गई थी. पश्चिम बंगाल पुलिस ने हड़ताल समर्थकों पर सख्ती बरती और उन्हें उन जगहों से बलपूर्वक हटा दिया जहां उन्होंने सार्वजनिक जीवन को बाधित करने का प्रयास किया था.

सड़कों और रेल पटरियों को किया अवरुद्ध

हड़ताल समर्थकों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में सड़कों और रेलवे पटरियों को अवरुद्ध कर दिया. हड़ताल के समर्थन में कुछ इलाकों में दुकानों और प्रतिष्ठानों को जबरन बंद कराने की कोशिश की गई. पूरे बंगाल में सार्वजनिक और निजी, दोनों क्षेत्रों की बैंकिंग सेवाएं व्यापक रूप से प्रभावित रहीं. दक्षिण कोलकाता के गांगुली बागान इलाके में डीवाईएफआई और सीपीआई(एम) कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ हाथापाई की. उन्होंने मुख्य मार्ग को अवरुद्ध करने, व्यस्त समय में यातायात बाधित करने और दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद करने की धमकी देने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने पुतले भी फूंके और टायरों में आग लगा दी. पुलिस ने एसएफआई नेता सृजन भट्टाचार्य सहित कुछ हड़ताल समर्थकों को हिरासत में लिया.

प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग का आरोप

भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान बल प्रयोग किया. शहर के उत्तरी हिस्से में कॉलेज स्ट्रीट चौराहे पर एसएफआई समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प हो गई, जब वर्दीधारी पुलिसकर्मियों ने सड़क से अवरोध हटाने और कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने की कोशिश की. बंद समर्थकों द्वारा जेल वैन से बंदियों को जबरन छुड़ाने के दौरान हाथापाई ने विकराल रूप ले लिया. निकटवर्ती हावड़ा शहर के डोमजूर में पुलिस और आरएएफ ने बंद समर्थकों पर लाठीचार्ज किया, जिन्होंने बसों और ट्रकों को सड़कों पर चलने से रोकने की कोशिश की. उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी शहर में हिल कार्ट रोड पर पुलिस ने बंद समर्थकों को तब हटाया जब उन्होंने अवरोध लगाने की कोशिश की.

डायमंड हार्बर और श्यामनगर में रोकी ट्रेन

कूचबिहार के तूफानगंज कस्बे में सीटू कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई और बाद में तृणमूल कांग्रेस की ट्रेड यूनियन शाखा के आईएनटीटीयूसी कार्यकर्ताओं ने उनका पीछा किया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया. हड़ताल समर्थकों ने पूर्वी रेलवे के सियालदह डिवीजन के सियालदह दक्षिण खंड में डायमंड हार्बर और श्यामनगर में ट्रेन की आवाजाही को रोकने की कोशिश की. बाद में बैरकपुर, कोन्नगर, दुर्गापुर, लालगोला, उलुबेरिया और बेलघरिया स्टेशनों से भी रेलवे पटरियों को अवरुद्ध करने की खबरें मिलीं. पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने इस हड़ताल का समर्थन किया है. पश्चिम बंगाल सीटू के अध्यक्ष अनादि साहू के अनुसार, 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने उदारीकरण, आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी, ठेकेदारी में वृद्धि और अन्य मुद्दों के खिलाफ आम हड़ताल का आह्वान किया है.

ये भी पढ़ेंः Bihar Band: बिहार में महागठबंधन ने किया ‘चक्का जाम’, कई जगह ट्रेनें प्रभावित; सड़कों पर प्रदर्शन

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