पंजाब के होशियारपुर में अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने के मामले पर सियासत तेज हो गई है. बसपा ने राज्य सरकार को इस मामले के संबंध में चेतावनी भी दी है.
Ambedkar’s statue Vandalised: पंजाब के होशियारपुर में अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने का मामला सामने आया है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, पंजाब के होशियारपुर में हुई इस घटना के बाद ही काफी बवाल मचा हुआ है. पुलिस अधिकारी ने कहा, “नूरपुर जट्टन गांव में एक इमारत के ऊपर खड़ी बी आर अंबेडकर की मूर्ति को कथित तौर पर एक खालिस्तानी नेता के आदेश पर तोड़ा गया.”
मामले पर पुलिस ने क्या कहा?
माहिलपुर थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह ने मीडिया को सारी जानकारी दी. गगनदीप सिंह ने कहा, “मूर्ति के दोनों हाथ क्षतिग्रस्त पाए गए. इस संबंध में चब्बेवाल के भूनो गांव के मूल निवासी और अंबेडकर सेना ऑफ इंडिया के महासचिव कुलवंत सिंह भूनो की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ है.” कुलवंत सिंह भूनो ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक वीडियो के जरिए अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने की जानकारी मिली. न्यूज एजेंसी PTI की मानें तो प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के खालिस्तान समर्थक नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सोशल मीडिया पर इस तोड़फोड़ की जिम्मेदारी ली है. ये मूर्ति नूरपुर जट्टन के बख्शी राम के परिवार की जमीन पर लगी हुई थी. गांव के कुछ प्रमुख परिवार अंबेडकर की मूर्ति की देखभाल करते हैं.
किन धाराओं में दर्ज हुआ केस?
होशियारपुर के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (जांच) डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि पन्नू और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ माहिलपुर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धारा 298 (पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना) और 61(2) (आपराधिक साजिश) के तहत FIR दर्ज की गई है. अब इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है. इस कड़ी में बहुजन समाज पार्टी पंजाब के प्रमुख और पूर्व राज्यसभा सदस्य अवतार सिंह करीमपुरी ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है. इसके साथ ही बसपा नेता ने चेतावनी दी कि अगर सात दिनों के भीतर दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो पार्टी गढ़शंकर में विरोध प्रदर्शन करेगी. बसपा ने यह भी मांग की कि पंजाब सरकार अंबेडकर की मूर्तियों के लिए सुरक्षा कवच मुहैया कराए. खबर है कि इससे पहले 25 मई को मॉडल टाउन पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में अंबेडकर की मूर्ति पर थूका गया और अंबेडकर चौक के पास संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. उस समय इस घटना के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. 2 जून को जालंधर जिले के फिल्लौर में देश के पहले कानून मंत्री और दलित नेता की एक और मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
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